Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनों -




यूहन्ना 11:28 - नवीन हिंदी बाइबल

28 यह कहकर वह चली गई और अपनी बहन मरियम को यह कहकर चुपके से बुलाया, “गुरु यहीं है और तुझे बुला रहा है।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

28 फिर इतना कह कर वह वहाँ से चली गयी और अपनी बहन को अकेले में बुलाकर बोली, “गुरू यहीं है, वह तुझे बुला रहा है।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

28 यह कहकर वह चली गई, और अपनी बहिन मरियम को चुपके से बुलाकर कहा, गुरू यहीं है, और तुझे बुलाता है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

28 वह यह कह कर चली गयी और अपनी बहिन मरियम को बुला कर उसने चुपके से उससे कहा, “गुरुवर यहाँ हैं और तुम को बुला रहे हैं।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

28 यह कहकर वह चली गई, और अपनी बहिन मरियम को बुलाकर चुपके से कहा, “गुरु यहीं है और तुझे बुलाता है।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

28 यह कहकर वह लौट गई और अपनी बहन मरियम को अलग ले जाकर उसे सूचित किया, “गुरुवर आ गए हैं और तुम्हें बुला रहे हैं.”

अध्याय देखें प्रतिलिपि




यूहन्ना 11:28
19 क्रॉस रेफरेंस  

तुम मुझे गुरु और प्रभु कहते हो, और ठीक ही कहते हो क्योंकि मैं हूँ।


जब मार्था ने सुना कि यीशु आ रहा है तो वह उससे मिलने गई, परंतु मरियम घर में ही बैठी रही।


तब यीशु ने रुककर कहा,“उसे बुलाओ!” और उन्होंने उस अंधे व्यक्‍ति को बुलाकर उससे कहा, “साहस रख! उठ, वह तुझे बुला रहा है!”


तब उस शिष्य ने, जिससे यीशु प्रेम रखता था, पतरस से कहा, “वह प्रभु है!” अतः शमौन पतरस ने यह सुनकर कि वह प्रभु है, अंगरखा बाँधा, क्योंकि वह नग्‍न था, और झील में कूद पड़ा।


यीशु ने उससे कहा,“मरियम!” उसने मुड़कर इब्रानी भाषा में उससे कहा, “रब्बूनी (जिसका अर्थ है गुरु)”।


उसके लिए द्वारपाल द्वार खोल देता है और भेड़ें उसकी आवाज़ सुनती हैं। वह अपनी भेड़ों को नाम लेकर बुलाता है और उन्हें बाहर ले जाता है।


फिलिप्पुस नतनएल से मिला और उससे कहा, “जिसके विषय में मूसा ने व्यवस्था में और भविष्यवक्‍ताओं ने भी लिखा है, वह हमें मिल गया है; यूसुफ का पुत्र, नासरत का यीशु।”


वह पहले अपने सगे भाई शमौन से मिला और उसे बताया, “हमें मसीह (अर्थात् ‘ख्रीष्‍ट’) मिल गया है।”


और उस घर के स्वामी से कहना, ‘गुरु तुझसे कहता है, “वह अतिथि कक्ष कहाँ है, जहाँ मैं अपने शिष्यों के साथ फसह का भोज करूँ?” ’


और वह जिस घर में प्रवेश करे, उस घर के स्वामी से कहना, ‘गुरु कहता है, “मेरा अतिथि कक्ष कहाँ है, जहाँ मैं अपने शिष्यों के साथ फसह का भोज करूँ?” ’


उसने कहा,“नगर में अमुक व्यक्‍ति के पास जाओ और उससे कहो कि गुरु कहता है, ‘मेरा समय निकट है; मैं अपने शिष्यों के साथ तेरे यहाँ फसह का पर्व मनाऊँगा।’ ”


अतः अपने ढीले हाथों और निर्बल घुटनों को सबल बनाओ,


इसलिए एक दूसरे को प्रोत्साहित करो और एक दूसरे की उन्‍नति करो, जैसा कि तुम कर भी रहे हो।


जब उसने यह सुना तो वह शीघ्र उठी और उसके पास जाने लगी।


यीशु अभी गाँव में नहीं पहुँचा था, बल्कि वह अब तक उसी स्थान पर था जहाँ मार्था उससे मिली थी।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों