Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




प्रेरितों के काम 23:9 - नवीन हिंदी बाइबल

9 तब बड़ा कोलाहल मच गया, और फरीसियों के दल के कुछ शास्‍त्री उठ खड़े हुए और यह कहकर झगड़ने लगे, “हम इस मनुष्य में कोई बुराई नहीं पाते; यदि किसी आत्मा या स्वर्गदूत ने उससे बातें की हैं तो क्या?”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

9 वहाँ बहुत शोरगुल मचा। फरीसियों के दल में से कुछ धर्मशास्त्रि उठे और तीखी बहस करते हुए कहने लगे, “इस व्यक्ति में हम कोई खोट नहीं पाते हैं। यदि किसी आत्मा ने या किसी स्वर्गदूत ने इससे बातें की हैं तो इससे क्या?”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

9 तब बड़ा हल्ला मचा और कितने शास्त्री जो फरीसियों के दल के थे, उठकर यों कह कर झगड़ने लगे, कि हम इस मनुष्य में कुछ बुराई नहीं पाते; और यदि कोई आत्मा या स्वर्गदूत उस से बोला है तो फिर क्या?

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

9 इस प्रकार बड़ा कोलाहल मच गया। फ़रीसी दल के कुछ शास्‍त्री उठकर झगड़ने और यह कहने लगे, “हम इस मनुष्‍य में कोई दोष नहीं पाते। यदि कोई आत्‍मा अथवा स्‍वर्गदूत इससे कुछ बोला हो, तो....।”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

9 तब बड़ा हल्‍ला मचा और कुछ शास्त्री जो फरीसियों के दल के थे, उठ खड़े हुए और यह कहकर झगड़ने लगे, “हम इस मनुष्य में कोई बुराई नहीं पाते, और यदि कोई आत्मा या स्वर्गदूत उससे बोला है तो फिर क्या?”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

9 वहां बड़ा कोलाहल शुरू हो गया. फ़रीसियों की ओर से कुछ शास्त्रियों ने खड़े होकर झगड़ते हुए कहा, “हमारी दृष्टि में यह व्यक्ति निर्दोष है. संभव है किसी आत्मा या स्वयं स्वर्गदूत ही ने उससे बातें की हों.”

अध्याय देखें प्रतिलिपि




प्रेरितों के काम 23:9
23 क्रॉस रेफरेंस  

जब यहोवा मनुष्य के चाल-चलन से प्रसन्‍न‍ होता है, तो वह उसके शत्रुओं का भी उससे मेल करा देता है।


जब उन फरीसियों ने जो शास्‍त्री थे देखा कि वह पापियों और कर वसूलनेवालों के साथ भोजन कर रहा है तो उसके शिष्यों से कहने लगे, “वह कर वसूलनेवालों और पापियों के साथ क्यों खाता-पीता है?”


फिर तीसरी बार उसने उनसे कहा, “क्यों, इसने क्या बुराई की है? मैंने इसमें मृत्युदंड के योग्य कुछ नहीं पाया, इसलिए मैं इसे ताड़ना देकर छोड़ दूँगा।”


तब पिलातुस ने मुख्य याजकों और लोगों से कहा, “मैं इस मनुष्य में कोई दोष नहीं पाता।”


तब फरीसी और उनके शास्‍त्री उसके शिष्यों पर कुड़कुड़ाते हुए कहने लगे, “तुम कर वसूलनेवालों और पापियों के साथ क्यों खाते-पीते हो?”


तब जो लोग खड़े हुए थे, यह सुनकर कहने लगे, “गर्जन हुई है।” दूसरों ने कहा, “किसी स्वर्गदूत ने उससे बात की है।”


इसलिए यदि परमेश्‍वर ने उन्हें भी वही दान दिया जो प्रभु यीशु मसीह पर विश्‍वास करने से हमें मिला था, तो मैं कौन था जो परमेश्‍वर को रोक सकता?”


“फिर ऐसा हुआ कि लगभग दोपहर के समय जब मैं चलते-चलते दमिश्क के निकट पहुँचा तो अचानक आकाश से एक बड़ी ज्योति मेरे चारों ओर चमकी,


और मैं भूमि पर गिर पड़ा और एक आवाज़ मुझसे यह कहते हुए सुनाई दी,‘शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है?’


तब मुझे पता चला कि वे अपनी व्यवस्था के विवादों के विषय में उस पर आरोप लगा रहे हैं, परंतु उसमें मृत्युदंड या बंदी बनाए जाने योग्य कोई दोष नहीं।


क्योंकि सदूकी कहते हैं कि न तो पुनरुत्थान है, न स्वर्गदूत, और न ही आत्मा, परंतु फरीसी ये सब मानते हैं।


परंतु मैंने जान लिया कि इसने मृत्युदंड के योग्य कोई कार्य नहीं किया, और अब जबकि इसने स्वयं ही महाराजाधिराज से अपील की है तो मैंने उसे भेजने का निर्णय किया है।


और वहाँ से निकलकर आपस में यह कहने लगे, “इस मनुष्य ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है जो मृत्युदंड या बंदी बनाए जाने के योग्य हो।”


क्योंकि जिस परमेश्‍वर का मैं हूँ और जिसकी मैं सेवा करता हूँ, उसका एक स्वर्गदूत पिछली रात को मेरे पास आ खड़ा हुआ,


परंतु यदि परमेश्‍वर की ओर से है, तो तुम उन्हें नष्‍ट नहीं कर सकोगे; कहीं ऐसा न हो कि तुम परमेश्‍वर से भी लड़नेवाले ठहरो।” तब उन्होंने उसकी मान ली,


और वह भूमि पर गिर पड़ा और उसने एक आवाज़ यह कहते हुए सुनी,“हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है?”


क्या हम प्रभु को क्रोध दिलाते हैं? क्या हम उससे अधिक शक्‍तिशाली हैं?


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों