Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल

- विज्ञापनों -




उत्पत्ति 46:1 - नवीन हिंदी बाइबल

1 तब इस्राएल अपना सब कुछ लेकर वहाँ से निकला और बेर्शेबा को आया, तथा वहाँ उसने अपने पिता इसहाक के परमेश्‍वर को बलिदान चढ़ाए।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

1 इसलिए इस्राएल ने मिस्र की अपनी यात्रा प्रारम्भ की। पहले इस्राएल बेर्शेबा पहुँचा। वहाँ इस्राएल ने अपने पिता इसहाक के परमेश्वर की उपासना की। उसने बलि दी।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

1 तब इस्राएल अपना सब कुछ ले कर कूच करके बेर्शेबा को गया, और वहां अपने पिता इसहाक के परमेश्वर को बलिदान चढ़ाए।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

1 याकूब ने अपनी समस्‍त सम्‍पत्ति के साथ प्रस्‍थान किया। वह बएर-शबा पहुँचे। वहाँ उन्‍होंने अपने पिता इसहाक के परमेश्‍वर को अनेक प्रकार की बलि चढ़ाई।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

1 तब इस्राएल अपना सब कुछ लेकर बेर्शेबा को गया, और वहाँ अपने पिता इसहाक के परमेश्‍वर को बलिदान चढ़ाया।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

1 इस्राएल अपनी पूरी संपत्ति लेकर वहां से रवाना हुए. जब वे बेअरशेबा पहुंचे, उन्होंने अपने पिता यित्सहाक के परमेश्वर को बलि चढ़ाई.

अध्याय देखें प्रतिलिपि




उत्पत्ति 46:1
23 क्रॉस रेफरेंस  

मेरे पिता का परमेश्‍वर, अर्थात् अब्राहम का परमेश्‍वर, जिसका भय इसहाक भी मानता है, यदि मेरी ओर न होता तो निश्‍चय तू मुझे खाली हाथ भगा देता। परमेश्‍वर ने मेरे दुःख और मेरे हाथों के परिश्रम को देखा और कल रात तुझे डाँटा।”


और देखो, यहोवा उसके ऊपर खड़ा होकर कहता है, “मैं तेरे पिता अब्राहम का परमेश्‍वर, और इसहाक का परमेश्‍वर, यहोवा हूँ। जिस भूमि पर तू लेटा है, उसे मैं तुझे और तेरे वंश को दे दूँगा।


फिर याकूब बेर्शेबा से निकला और हारान की ओर चला।


तब अब्राहम ने बेर्शेबा में झाऊ का एक वृक्ष लगाया, और वहाँ उसने यहोवा से, जो सनातन काल का परमेश्‍वर है, प्रार्थना की।


उस स्थान का नाम बेर्शेबा पड़ा, क्योंकि वहाँ पर उन दोनों ने शपथ खाई थी।


तब अब्राहम ने बड़े भोर को उठकर हाजिरा को रोटी और पानी से भरी चमड़े की थैली दी। फिर अब्राहम ने उन्हें हाजिरा के कंधे पर रखा और उसे लड़के के साथ विदा किया। हाजिरा वहाँ से चली गई, और बेर्शेबा के जंगल में भटकने लगी।


वहाँ उसने एक वेदी बनाई और उस स्थान का नाम एलबेतेल रखा, क्योंकि जब वह अपने भाई के डर से भाग रहा था तब परमेश्‍वर ने उसे वहीं दर्शन दिया था।


आओ, हम उठकर बेतेल को जाएँ; वहाँ मैं परमेश्‍वर के लिए एक वेदी बनाऊँगा, जिसने संकट के दिन मेरी प्रार्थना सुनी, और जिस मार्ग से होकर मैं चला उसमें वह मेरे साथ रहा।”


तब उसने वहाँ एक वेदी बनाई और उसका नाम एल-एलोहे-इस्राएल रखा।


अब्राहम का परमेश्‍वर और नाहोर का परमेश्‍वर, और उनके पिता का परमेश्‍वर हमारे बीच न्याय करे।” तब याकूब ने उसकी शपथ खाई जिसका भय उसका पिता इसहाक मानता था।


तब अब्राहम ने आँखें उठाकर देखा तो क्या पाया कि उसके पीछे एक मेढ़ा अपने सींगों से एक झाड़ी में फँसा हुआ था। अतः अब्राहम ने जाकर उस मेढ़े को लिया, और अपने पुत्र के स्थान पर उसे होमबलि के रूप में चढ़ाया।


फिर वहाँ से आगे बढ़कर वह उस पहाड़ पर आया, जो बेतेल के पूर्व की ओर है, और अपना तंबू उस स्थान पर खड़ा किया जिसके पश्‍चिम में बेतेल तथा पूर्व में ऐ नगर है। वहाँ भी उसने यहोवा के लिए एक वेदी बनाई और यहोवा से प्रार्थना की।


तब नूह ने यहोवा के लिए एक वेदी बनाई और हर प्रकार के शुद्ध पशुओं और शुद्ध पक्षियों में से कुछ को लेकर वेदी पर होमबलि चढ़ाया।


हाबिल ने भी अपनी भेड़-बकरियों के पहलौठों को और उनकी चरबी को लाकर भेंट चढ़ाई। तब यहोवा ने हाबिल और उसकी भेंट को तो ग्रहण किया,


और याकूब मिस्र को चला गया। वह और हमारे पूर्वज वहीं मर गए,


तब इस्राएल ने कहा, “मेरे लिए तो यही बहुत है कि मेरा पुत्र यूसुफ अब तक जीवित है। मैं अपनी मृत्यु से पहले जाकर उसे देखूँगा।”


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों