व्यवस्थाविवरण 24:20 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201920 जब तू अपने जैतून के वृक्ष को झाड़े, तब डालियों को दूसरी बार न झाड़ना; वह परदेशी, अनाथ, और विधवा के लिये रह जाए। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल20 जब तुम अपने जैतून के पेड़ों से फली झाड़ोगे तब तुम्हें शाखाओं की जाँच करने फिर नहीं जाना चाहिए। जो जैतून तुम उसमें छोड़ दोगे वह विदेशियों, अनाथों और विधवाओं के लिये होगा। अध्याय देखेंHindi Holy Bible20 जब तू अपने जलपाई के वृक्ष को झाड़े, तब डालियों को दूसरी बार न झाड़ना; वह परदेशी, अनाथ, और विधवा के लिये रह जाए। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)20 जब तू अपने जैतून वृक्ष के फल को झाड़कर तोड़ेगा, तब एक बार तोड़ लेने के पश्चात् उसकी शाखाओं को दूसरी बार मत झाड़ना। उसके फल प्रवासी, पितृहीन और विधवा के लिए छोड़ देना। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)20 जब तू अपने जलपाई के वृक्ष को झाड़े, तब डालियों को दूसरी बार न झाड़ना; वह परदेशी, अनाथ, और विधवा के लिये रह जाए। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल20 जब तुम अपने जैतून वृक्ष में से एक बार फल एकत्र कर चुको, तुम डालियों से पुनः फल एकत्र न करने लगना, शेष फल प्रवासी अनाथ और विधवा के लिए तय होंगे. अध्याय देखें |