व्यवस्थाविवरण 21:17 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201917 वह यह जानकर कि अप्रिय का बेटा मेरे पौरूष का पहला फल है, और जेठे का अधिकार उसी का है, उसी को अपनी सारी सम्पत्ति में से दो भाग देकर जेठांसी माने। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल17 उस व्यक्ति को तिरस्कृत पत्नी के बच्चे को ही पहलौठा बच्चा स्वीकार करना चाहिए। उस व्यक्ति को अपनी चीजों के दो भाग पहलौठा पुत्र को देना चाहिए। क्यों? क्योंकि वह पहलौठा बच्चा है। अध्याय देखेंHindi Holy Bible17 वह यह जान कर कि अप्रिया का बेटा मेरे पौरूष का पहिला फल है, और जेठे का अधिकार उसी का है, उसी को अपनी सारी सम्पत्ति में से दो भाग देकर जेठांसी माने॥ अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)17 वरन् वह अपनी अप्रिय स्त्री के पुत्र को कुल सम्पत्ति में से दुगुना भाग देकर उसके ज्येष्ठ पुत्र होने के विशिष्ट अधिकार को स्वीकार करेगा, क्योंकि वह ही उसके पौरुष का प्रथम फल है। उसको ही ज्येष्ठ पुत्र होने का विशिष्ट अधिकार प्राप्त है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)17 वह यह जानकर कि अप्रिया का बेटा मेरे पौरुष का पहिला फल है, और जेठे का अधिकार उसी का है, उसी को अपनी सारी सम्पत्ति में से दो भाग देकर जेठांसी माने। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल17 वह उस पत्नी के पहिलौठे संतान को अपनी संपत्ति में से अन्यों की अपेक्षा दो गुणा भाग प्रदान कर पहिलौठे का अधिकार पूरा करेगा. क्योंकि वही उसके शौर्य का पहिला फल है, पहिलौठे का अधिकार उसी का है. अध्याय देखें |