व्यवस्थाविवरण 21:15 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201915 “यदि किसी पुरुष की दो पत्नियाँ हों, और उसे एक प्रिय और दूसरी अप्रिय हो, और प्रिया और अप्रिय दोनों स्त्रियाँ बेटे जनें, परन्तु जेठा अप्रिय का हो, अध्याय देखेंपवित्र बाइबल15 “एक व्यक्ति की दो पत्नियाँ हो सकती हैं और वह एक पत्नी से दूसरी पत्नी की अपेक्षा अधिक प्रेम कर सकता है। दोनों पत्नियों से उसके बच्चे हो सकते हैं और पहला बच्चा उस पत्नी का हो सकता है जिससे वह प्रेम न करता हो। अध्याय देखेंHindi Holy Bible15 यदि किसी पुरूष की दो पत्नियां हों, और उसे एक प्रिय और दूसरी अप्रिय हो, और प्रिया और अप्रिया दोनों स्त्रियां बेटे जने, परन्तु जेठा अप्रिया का हो, अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)15 ‘यदि किसी पुरुष की दो स्त्रियां हों, एक उसको प्रिय हो, पर दूसरी अप्रिय और दोनों स्त्रियों से उसके पुत्र उत्पन्न हों, परन्तु यदि ज्येष्ठ पुत्र अप्रिय स्त्री से उत्पन्न हो, अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)15 “यदि किसी पुरुष की दो पत्नियाँ हों, और उसे एक प्रिय और दूसरी अप्रिय हो, और प्रिया और अप्रिया दोनों स्त्रियाँ बेटे जनें, परन्तु जेठा अप्रिया का हो, अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल15 यदि किसी व्यक्ति की दो पत्नियां हैं, एक उसकी प्रेम पात्र और अन्य, जो प्रिय नहीं है; दोनों ही से उसे संतान प्राप्त हुई है; यदि प्रथमजात संतान उसे उस पत्नी से प्राप्त हुई है, जो उसे प्रिय नहीं है, अध्याय देखें |