व्यवस्थाविवरण 15:8 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20198 जिस वस्तु की घटी उसको हो, उसकी जितनी आवश्यकता हो उतना अवश्य अपना हाथ ढीला करके उसको उधार देना। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल8 तुम्हें उसका हाथ बँटाने की इच्छा रखनी चाहिए। तुम्हें उस व्यक्ति को जितने ऋण की आवश्यकता हो, देना चाहिए। अध्याय देखेंHindi Holy Bible8 जिस वस्तु की घटी उसको हो, उसका जितना प्रयोजन हो उतना अवश्य अपना हाथ ढीला करके उसको उधार देना। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)8 वरन् तू उसके लिए अपनी मुट्ठी खोल देना। जिस वस्तु का उसको अभाव हो, उसकी पूर्ति के लिए तू अवश्य उधार देना। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)8 जिस वस्तु की घटी उसको हो, उसकी जितनी आवश्यकता हो उतना अवश्य अपना हाथ ढीला करके उसको उधार देना। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल8 तुम इसकी अपेक्षा, जिस किसी रूप में उसे आवश्यकता है, उसे खुले मन से और उदारतापूर्वक उधार दो या मदद करो. अध्याय देखें |