विलापगीत 2:12 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201912 वे अपनी-अपनी माता से रोकर कहते हैं, अन्न और दाखमधु कहाँ हैं? वे नगर के चौकों में घायल किए हुए मनुष्य के समान मूर्छित होकर अपने प्राण अपनी-अपनी माता की गोद में छोड़ते हैं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल12 वे बच्चे बिलखते हुए अपनी माँओं से पूछते हैं, “कहाँ है माँ, कुछ खाने को और पीने को” वे यह प्रश्न ऐसे पूछते हैं जैसे जख्मी सिपाही नगर के गलियों में गिरते प्राणों को त्यागते, वे यह प्रश्न पूछते हैं। वे अपनी माँओं की गोद में लेटे हुए प्राणों को त्यागते हैं। अध्याय देखेंHindi Holy Bible12 वे अपनी अपनी माता से रोकर कहते हैं, अन्न और दाखमधु कहां हैं? वे नगर के चौकों में घायल किए हुए मनुष्य की नाईं मूर्च्छित हो कर अपने प्राण अपनी अपनी माता की गोद में छोड़ते हैं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)12 बालक अपनी-अपनी मां से पूछते हैं, ‘रोटी और अंगूर-रस कहाँ है?’ वे घायलों की तरह मूर्च्छित होकर नगर के चौराहों पर गिर जाते हैं, वे अपनी मांओं की गोद में प्राण त्याग देते हैं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)12 वे अपनी अपनी माता से रोकर कहते हैं, अन्न और दाखमधु कहाँ हैं? वे नगर के चौकों में घायल किए हुए मनुष्य के समान मूर्च्छित होकर अपने प्राण अपनी अपनी माता की गोद में छोड़ते हैं। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल12 वे अपनी-अपनी माताओं के समक्ष रोकर कह रहे हैं, “कहां है हमारा भोजन, कहां है हमारा द्राक्षारस?” वे नगर की गली में घायल योद्धा के समान पड़े हैं, अपनी-अपनी माताओं की गोद में पड़े हुए उनका जीवन प्राण छोड़ रहे है. अध्याय देखें |