विलापगीत 1:3 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20193 यहूदा दुःख और कठिन दासत्व के कारण परदेश चली गई; परन्तु अन्यजातियों में रहती हुई वह चैन नहीं पाती; उसके सब खदेड़नेवालों ने उसकी सकेती में उसे पकड़ लिया है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल3 बहुत कष्ट सहने के बाद यहूदा बंधुआ बन गयी। बहुत मेहनत के बाद भी यहूदा दूसरे देशों के बीच रहती है, किन्तु उसने विश्राम नहीं पाया है। जो लोग उसके पीछे पड़े थे, उन्होंने उसको पकड़ लिया। उन्होंने उसको संकरी घाटियों के बीच में पकड़ लिया। अध्याय देखेंHindi Holy Bible3 यहूदा दु:ख और कठिन दासत्व से बचने के लिये परदेश चली गई; परन्तु अन्यजातियों में रहती हुई वह चैन नहीं पाती; उसके सब खदेड़ने वालों ने उसकी सकेती में उसे पकड़ लिया है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)3 अनेक दु:ख भोगने और कठोर गुलामी के बोझ से दबने के लिए यहूदा राष्ट्र को निर्वासित होना पड़ा; अब यहूदा अनेक राष्ट्रों में भटक रहा है; उसे कहीं ठौर नहीं मिला। जब वह संकट में रहता है, तब उसका पीछा करनेवाले उसको पकड़ लेते हैं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)3 यहूदा दु:ख और कठिन दासत्व से बचने के लिये परदेश चली गई; परन्तु अन्यजातियों में रहती हुई वह चैन नहीं पाती; उसके सब खदेड़नेवालों ने उसकी सकेती में उसे पकड़ लिया है। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल3 यहूदिया के निर्वासन का कारण था उसकी पीड़ा तथा उसका कठोर दासत्व. अब वह अन्य राष्ट्रों के मध्य में ही है; किंतु उसके लिए अब कोई विश्राम स्थल शेष न रह गया; उसकी पीड़ा ही की स्थिति में वे जो उसका पीछा कर रहे थे, उन्होंने उसे जा पकड़ा. अध्याय देखें |