लैव्यव्यवस्था 13:6 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20196 और सातवें दिन याजक उसको फिर देखे, और यदि देख पड़े कि व्याधि की चमक कम है और व्याधि चर्म पर फैली न हो, तो याजक उसको शुद्ध ठहराए; क्योंकि उसके तो चर्म में पपड़ी है; और वह अपने वस्त्र धोकर शुद्ध हो जाए। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल6 सात दिन बाद याजक को उस व्यक्ति की फिर जांच करनी चाहिए। यदि घाव सूख गया हो और चरम पर फैला न हो, तो याजक को घोषणा करनी चाहिए कि व्यक्ति शुद्ध है। वह केवल एक खुरंड है। तब रोगी को अपने वस्त्र धोने चाहिए और फिर से शुद्ध होना चाहिए। अध्याय देखेंHindi Holy Bible6 और सातवें दिन याजक उसको फिर देखे, और यदि देख पड़े कि व्याधि की चमक कम है और व्याधि चर्म पर फैली न हो, तो याजक उसको शुद्ध ठहराए; क्योंकि उसके तो चर्म में पपड़ी है; और वह अपने वस्त्र धोकर शुद्ध हो जाए। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)6 पुरोहित सातवें दिन उसकी पुन: जांच करेगा। यदि रोगग्रस्त भाग हलका पड़ गया है, और वह त्वचा पर नहीं फैला है तो पुरोहित उसे शुद्ध घोषित करेगा। यह केवल पपड़ी है। वह मनुष्य अपने वस्त्र धोकर शुद्ध हो जाएगा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)6 और सातवें दिन याजक उसको फिर देखे, और यदि देख पड़े कि व्याधि की चमक कम है और व्याधि चर्म पर फैली न हो, तो याजक उसको शुद्ध ठहराए; क्योंकि उसके तो चर्म में पपड़ी है; और वह अपने वस्त्र धोकर शुद्ध हो जाए। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल6 सातवें दिन याजक उसे फिर से जाँचे, और यदि देखे कि रोग का स्थान हल्का पड़ गया है तथा रोग त्वचा पर फैला नहीं है, तो याजक उसे शुद्ध ठहराए, क्योंकि वह तो केवल पपड़ी ही है; वह अपने वस्त्र धोकर शुद्ध ठहरे। अध्याय देखें |