रोमियों 5:16 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201916 और जैसा एक मनुष्य के पाप करने का फल हुआ, वैसा ही दान की दशा नहीं, क्योंकि एक ही के कारण दण्ड की आज्ञा का फैसला हुआ, परन्तु बहुत से अपराधों से ऐसा वरदान उत्पन्न हुआ कि लोग धर्मी ठहरे। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल16 और यह वरदान भी उस पापी के द्वारा लाए गए परिणाम के समान नहीं है क्योंकि दण्ड के हेतु न्याय का आगमन एक अपराध के बाद हुआ था। किन्तु यह वरदान, जो दोष-मुक्ति की ओर ले जाता है, अनेक अपराधों के बाद आया था। अध्याय देखेंHindi Holy Bible16 और जैसा एक मनुष्य के पाप करने का फल हुआ, वैसा ही दान की दशा नहीं, क्योंकि एक ही के कारण दण्ड की आज्ञा का फैसला हुआ, परन्तु बहुतेरे अपराधों से ऐसा वरदान उत्पन्न हुआ, कि लोग धर्मी ठहरे। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)16 एक मनुष्य के अपराध तथा परमेश्वर के वरदान में कोई तुलना नहीं है। एक के अपराध के फलस्वरूप दण्डाज्ञा तो दी गयी, किन्तु बहुत-से अपराधों के बाद जो वरदान दिया गया, उसके द्वारा पाप से मुक्ति मिल गयी है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)16 जैसा एक मनुष्य के पाप करने का फल हुआ, वैसा ही दान की दशा नहीं, क्योंकि एक ही के कारण दण्ड की आज्ञा का फैसला हुआ, परन्तु बहुत से अपराधों के कारण ऐसा वरदान उत्पन्न हुआ कि लोग धर्मी ठहरे। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल16 यह दान एक मनुष्य के पाप के कारण प्राप्त परिणाम के समान नहीं, क्योंकि एक ओर तो एक पाप के कारण न्याय आया जिसका परिणाम दंड की आज्ञा हुआ; वहीं दूसरी ओर अनेक अपराधों के कारण वरदान आया जिसका परिणाम धर्मी ठहराया जाना हुआ। अध्याय देखें |