यिर्मयाह 49:31 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201931 “यहोवा की यह वाणी है, उठकर उस चैन से रहनेवाली जाति के लोगों पर चढ़ाई करो, जो निडर रहते हैं, और बिना किवाड़ और बेंड़े के ऐसे ही बसे हुए हैं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल31 “एक राष्ट्र है, जो खुशहाल है। उस राष्ट्र को विश्वास है कि उसे कोई नहीं हरायेगा। उस राष्ट्र के पास सुरक्षा के लिये द्वार और रक्षा प्राचीर नहीं है। वे लोग अकेले रहते हैं।” यहोवा कहता है, “उस राष्ट्र पर आक्रमण करो।” अध्याय देखेंHindi Holy Bible31 यहोवा की यह वाणी है, उठ कर उस चैन से रहने वाली जाति के लोगों पर चढ़ाई करो, जो निडर रहते हैं, और बिना किवाड़ और बेण्डे के यों ही बसे हुए हैं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)31 प्रभु कहता है : ‘सुख-चैन से रहने वाले, निश्चिंत निवास करने वाले राष्ट्र पर आक्रमण करने के लिए उठो, और उसके विरुद्ध मोर्चाबन्दी करो। वे तम्बुओं में रहते हैं, उनके नगरों में न प्रवेश-द्वार हैं, और न फाटकों में अर्गलाएं हैं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)31 “यहोवा की यह वाणी है, उठकर उस चैन से रहनेवाली जाति के लोगों पर चढ़ाई करो, जो निडर रहते हैं, और बिना किवाड़ और बेण्डे के यों ही बसे हुए हैं। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल31 “उठकर ऐसे देश पर आक्रमण करो, जो शांति में निवास कर रहा है, जो पूर्णतः सुरक्षित है,” यह याहवेह की वाणी है, “उस नगर के न तो प्रवेश द्वार हैं और न कहीं छड़ों से उसे सुरक्षा प्रदान की गई है; वे अलग, अकेले निवास करते हैं. अध्याय देखें |