यिर्मयाह 34:14 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201914 ‘तुम्हारा जो इब्री भाई तुम्हारे हाथ में बेचा जाए उसको तुम सातवें वर्ष में छोड़ देना; छः वर्ष तो वह तुम्हारी सेवा करे परन्तु इसके बाद तुम उसको स्वतंत्र करके अपने पास से जाने देना।’ परन्तु तुम्हारे पितरों ने मेरी न सुनी, न मेरी ओर कान लगाया। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल14 मैंने तुम्हारे पूर्वजों से कहा, “हर एक सात वर्ष के अन्त में प्रत्येक व्यक्ति को अपने यहूदी दासों को स्वतन्त्र कर देना चाहिये। यदि तुम्हारे यहाँ तुम्हारा ऐसा यहूदी साथी है जो अपने को तुम्हारे हाथ बेच चुका है तो तुम्हें उसे छ: महीने सेवा के बाद स्वतन्त्र कर देना चाहिये।” किन्तु तुम्हारे पूर्वजों ने न तो मेरी सुनी, न ही उस पर ध्यान दिया। अध्याय देखेंHindi Holy Bible14 कि तुम्हारा जो इब्री भाई तुम्हारे हाथ में बेचा जाए उसको तुम सातवें बरस में छोड़ देना; छ: बरस तो वह तुम्हारी सेवा करे परन्तु इसके बाद तुम उसको स्वतंत्र कर के अपने पास से जाने देना। परन्तु तुम्हारे पितरों ने मेरी न सुनी, न मेरी ओर कान लगाया। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)14 “प्रत्येक छ: वर्ष के पश्चात् तुम अपने जाति-बन्धु इब्रानी गुलाम को मुक्त कर देना जो तुम्हें बेचा गया है, और जो छ: वर्ष तक तुम्हारी गुलामी कर चुका है! तुम उसको गुलामी के बन्धन से अवश्य मुक्त कर देना।” किन्तु तुम्हारे पूर्वजों ने मेरी बात नहीं सुनी। उन्होंने मेरे आदेश पर ध्यान नहीं दिया। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)14 ‘तुम्हारा जो इब्री भाई तुम्हारे हाथ में बेचा जाए उसको तुम सातवें बरस में छोड़ देना; छ: बरस तो वह तुम्हारी सेवा करे परन्तु इसके बाद तुम उसको स्वतंत्र करके अपने पास से जाने देना।’ परन्तु तुम्हारे पितरों ने मेरी न सुनी, न मेरी ओर कान लगाया। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल14 ‘प्रति सातवें वर्ष तुममें से हर एक अपने मोल लिए हुए उस इब्री दास को मुक्त कर दे, जिसने छः वर्ष तुम्हारी सेवा पूर्ण कर ली है. तुम्हें उन्हें सेवा मुक्त करना होगा.’ किंतु तुम्हारे पूर्वजों ने न तो मेरे इस आदेश का पालन किया और न उन्होंने मेरा कहा सुनना ही चाहा है. अध्याय देखें |
मैं तुम्हारे पास अपने सारे दास नबियों को बड़ा यत्न करके यह कहने को भेजता आया हूँ, ‘अपनी बुरी चाल से फिरो, और अपने काम सुधारो, और दूसरे देवताओं के पीछे जाकर उनकी उपासना मत करो तब तुम इस देश में जो मैंने तुम्हारे पितरों को दिया था और तुम को भी दिया है, बसने पाओगे।’ पर तुम ने मेरी ओर कान नहीं लगाया न मेरी सुनी है।