भजन संहिता 109:17 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201917 वह श्राप देने से प्रीति रखता था, और श्राप उस पर आ पड़ा; वह आशीर्वाद देने से प्रसन्न न होता था, इसलिए आशीर्वाद उससे दूर रहा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल17 उस दुष्ट लोगों को शाप देना भाता था। सो वही शाप उस पर लौट कर गिर जाये। उस बुरे व्यक्ति ने कभी आशीष न दी कि लोगों के लिये कोई भी अच्छी बात घटे। सो उसके साथ कोई भी भली बात मत होने दे। अध्याय देखेंHindi Holy Bible17 वह शाप देने में प्रीति रखता था, और शाप उस पर आ पड़ा; वह आशीर्वाद देने से प्रसन्न न होता था, सो आर्शीवाद उससे दूर रहा। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)17 इसे शाप देना प्रिय था, अभिशाप इस पर आ पड़े! आशिष इसे पसन्द न थी; वह इससे दूर रहे! अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)17 वह शाप देने से प्रीति रखता था, और शाप उस पर आ पड़ा; वह आशीर्वाद देने से प्रसन्न न होता था, इसलिये आशीर्वाद उस से दूर रहा। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल17 उसे शाप देना पसंद था, पर शाप उसी पर आ पड़ा; वह आशिष देने से प्रसन्न न होता था, इसलिए आशिष उससे दूर रही। अध्याय देखें |