प्रकाशितवाक्य 5:4 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20194 तब मैं फूट फूटकर रोने लगा, क्योंकि उस पुस्तक के खोलने, या उस पर दृष्टि करने के योग्य कोई न मिला। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल4 क्योंकि उस पुस्तक को खोलने की क्षमता रखने वाला या भीतर से उसे देखने की शक्ति वाला कोई भी नहीं मिल पाया था इसलिए मैं सुबक-सुबक कर रो पड़ा। अध्याय देखेंHindi Holy Bible4 और मैं फूट फूटकर रोने लगा, क्योंकि उस पुस्तक के खोलने, या उस पर दृष्टि करने के योग्य कोई न मिला। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)4 मैं फूट-फूट कर रोने लगा, क्योंकि पुस्तक खोलने या पढ़ने योग्य कोई नहीं मिला था। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)4 तब मैं फूट फूटकर रोने लगा, क्योंकि उस पुस्तक के खोलने या उस पर दृष्टि डालने के योग्य कोई न मिला। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल4 तब मैं फूट फूटकर रोने लगा, क्योंकि उस पुस्तक को खोलने या उसे देखने के योग्य कोई न मिला। अध्याय देखें |