नीतिवचन 15:28 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201928 धर्मी मन में सोचता है कि क्या उत्तर दूँ, परन्तु दुष्टों के मुँह से बुरी बातें उबल आती हैं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल28 धर्मी जन का मन तौल कर बोलता है किन्तु दुष्ट का मुख, बुरी बात उगलता है। अध्याय देखेंHindi Holy Bible28 धर्मी मन में सोचता है कि क्या उत्तर दूं, परन्तु दुष्टों के मुंह से बुरी बातें उबल आती हैं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)28 उत्तर देने के पूर्व धार्मिक मनुष्य अपने मन में विचार करता है; किन्तु दुर्जन का मुंह बुरी बातें ही उगलता रहता है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)28 धर्मी मन में सोचता है कि क्या उत्तर दूँ, परन्तु दुष्टों के मुँह से बुरी बातें उबल आती हैं। अध्याय देखेंनवीन हिंदी बाइबल28 धर्मी मनुष्य अपने मन में सोचता है कि वह क्या उत्तर दे, परंतु दुष्टों का मुँह बुरी बातें उगलता है। अध्याय देखें |