दानिय्येल 5:2 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20192 दाखमधु पीते-पीते बेलशस्सर ने आज्ञा दी, कि सोने-चाँदी के जो पात्र मेरे पिता नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम के मन्दिर में से निकाले थे, उन्हें ले आओ कि राजा अपने प्रधानों, और रानियों और रखैलों समेत उनमें से पीए। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल2 राजा बेलशस्सर ने दाखमधु पीते हुए अपने सेवकों को सोने और चाँदी के प्याले लाने को कहा। ये वे प्याले थे जिन्हें उसके दादा नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम के मन्दिर से लिया था। राजा बेलशस्सर चाहता था कि उसके शाही लोग, उसकी पत्नियाँ, तथा उसकी दासियाँ इन प्यालों से दाखमधु पियें। अध्याय देखेंHindi Holy Bible2 दाखमधु पीते पीते बेलशस्सर ने आज्ञा दी, कि सोने-चान्दी के जो पात्र मेरे पिता नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम के मन्दिर में से निकाले थे, उन्हें ले आओ कि राजा अपने प्रधानों, और रानियों और रखेलियों समेत उन में से पीए। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)2 शराब पीने के पश्चात् उसने अपने कर्मचारियों को आदेश दिया कि उसके पिता नबूकदनेस्सर द्वारा यरूशलेम के मन्दिर से लाए गए सोने-चांदी के पात्र उसके सम्मुख लाए जाएं, ताकि उन पात्रों में वह, उसके सामंत, उसकी रानियां और रखेल शराब पीएं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)2 दाखमधु पीते पीते बेलशस्सर ने आज्ञा दी, कि सोने–चाँदी के जो पात्र उसके पिता नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम के मन्दिर में से निकाले थे, उन्हें लाया जाए कि राजा अपने प्रधानों, और रानियों और रखेलियों समेत उनमें पीए। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल2 जब बैलशत्सर दाखमधु पी रहा था, तब उसने आदेश दिया कि जो सोने और चांदी के प्याले उसके पिता नबूकदनेज्ज़र ने येरूशलेम के मंदिर से लाए थे, उन्हें लाया जाए, ताकि राजा, उसके प्रभावशाली लोग, राजा की पत्नियां और उसकी उपपत्नियां दाखमधु पीने के लिए उनका उपयोग कर सकें. अध्याय देखें |
तेरे राज्य में दानिय्येल नामक एक पुरुष है जिसका नाम तेरे पिता ने बेलतशस्सर रखा था, उसमें पवित्र ईश्वरों की आत्मा रहती है, और उस राजा के दिनों में उसमें प्रकाश, प्रवीणता और ईश्वरों के तुल्य बुद्धि पाई गई। और हे नबूकदनेस्सर राजा, तेरा पिता जो राजा था, उसने उसको सब ज्योतिषियों, तंत्रियों, कसदियों और अन्य भावी बतानेवालों का प्रधान ठहराया था,
वरन् तूने स्वर्ग के प्रभु के विरुद्ध सिर उठाकर उसके भवन के पात्र मँगवाकर अपने सामने रखवा लिए, और अपने प्रधानों और रानियों और रखैलों समेत तूने उनमें दाखमधु पिया; और चाँदी-सोने, पीतल, लोहे, काठ और पत्थर के देवता, जो न देखते न सुनते, न कुछ जानते हैं, उनकी तो स्तुति की, परन्तु परमेश्वर, जिसके हाथ में तेरा प्राण है, और जिसके वश में तेरा सब चलना फिरना है, उसका सम्मान तूने नहीं किया। (अय्यू. 12:10, भज. 115:4-8)