अय्यूब 14:2 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20192 वह फूल के समान खिलता, फिर तोड़ा जाता है; वह छाया की रीति पर ढल जाता, और कहीं ठहरता नहीं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल2 मनुष्य का जीवन एक फूल के समान है जो शीघ्र उगता है और फिर समाप्त हो जाता है। मनुष्य का जीवन है जैसे कोई छाया जो थोड़ी देर टिकती है और बनी नहीं रहती। अध्याय देखेंHindi Holy Bible2 वह फूल की नाईं खिलता, फिर तोड़ा जाता हे; वह छाया की रीति पर ढल जाता, और कहीं ठहरता नहीं। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)2 वह फूल के समान खिलता है, और फिर मुरझा जाता है; वह छाया के समान ढलता है, और स्थिर नहीं रहता है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)2 वह फूल के समान खिलता, फिर तोड़ा जाता है; वह छाया की रीति पर ढल जाता, और कहीं ठहरता नहीं। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल2 उस पुष्प समान, जो खिलता है तथा मुरझा जाता है; वह तो छाया-समान द्रुत गति से विलीन हो जाता तथा अस्तित्वहीन रह जाता है. अध्याय देखें |