2 राजाओं 25:17 - इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 201917 एक-एक खम्भे की ऊँचाई अठारह-अठारह हाथ की थी और एक-एक खम्भे के ऊपर तीन-तीन हाथ ऊँची पीतल की एक-एक कँगनी थी, और एक-एक कँगनी पर चारों ओर जो जाली और अनार बने थे, वे सब पीतल के थे। अध्याय देखेंHindi Holy Bible17 एक एक खम्भे की ऊंचाई अठारह अठारह हाथ की थी और एक एक खम्भे के ऊपर तीन तीन हाथ ऊंची पीतल की एक एक कंगनी थी, और एक एक कंगनी पर चारों ओर जो जाली और अनार बने थे, वे सब पीतल के थे। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)17 एक स्तम्भ की ऊंचाई प्राय: आठ मीटर थी। उसके ऊपर पीतल का शीर्ष था। शीर्ष एक मीटर पैंतीस सेन्टीमीटर ऊंचा था। शीर्ष के चारों ओर जाली और अनार बने थे। जाली और अनार भी पीतल के थे। दूसरा स्तम्भ पहले स्तम्भ के समान था। उसके शीर्ष पर भी जाली थी। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)17 एक एक खम्भे की ऊँचाई अठारह अठारह हाथ की थी और एक एक खम्भे के ऊपर तीन तीन हाथ ऊँची पीतल की एक एक कंगनी थी, और एक एक कंगनी पर चारों ओर जो जाली और अनार बने थे, वे सब पीतल के थे। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल17 एक-एक खंभे की ऊंचाई लगभग आठ मीटर थी, जिसका सिर कांसे का था. इस सिर की ऊंचाई लगभग डेढ़ मीटर थी. सिर के चारों ओर जाली और अनार की आकृति गढ़ी हुई थी. यह सभी कुछ कांसे का था. दूसरे खंभे पर भी इसी प्रकार की जालीदार आकृतियां थी. अध्याय देखें |