भूमिका
श्रेष्ठगीत प्रेम–गीतों की एक शृंखला है। इसका अधिकांश भाग गीतों के रूप में है, जिसमें एक पुरुष एक स्त्री को सम्बोधित करता है और एक स्त्री एक पुरुष को सम्बोधित करती है। अंग्रेजी के कुछ अनुवादों में इस पुस्तक को सुलैमान के गीत नाम दिया गया है, क्योंकि इब्रानी में सुलैमान को ही इसकी रचना का श्रेय दिया जाता है।
यहूदी अकसर इन गीतों की व्याख्या परमेश्वर और उसके लोगों के बीच सम्बन्ध के चित्र के रूप में, और मसीही लोग मसीह और कलीसिया के बीच सम्बन्ध के चित्र के रूप में करते हैं।
रूप–रेखा :
पहला गीत 1:1—2:7
दूसरा गीत 2:8—3:5
तीसरा गीत 3:6—5:1
चौथा गीत 5:2—6:3
पाँचवाँ गीत 6:4—8:4
छठा गीत 8:5—14