भूमिका
लैव्यव्यवस्था नामक पुस्तक में प्राचीन इस्राएल में प्रचलित आराधना और धर्म–विधियों से सम्बन्धित नियमों का वर्णन है। इसके साथ ही इसमें याजकों से सम्बन्धित नियमों का वर्णन भी मिलता है, जिन पर इन निर्देशों का पालन करने का उत्तरदायित्व था।
इस पुस्तक का प्रमुख विषय है परमेश्वर की पवित्रता और उसके लोगों द्वारा आराधना करने और जीवन जीने के तरीके, ताकि उनका सम्बन्ध “इस्राएल के पवित्र परमेश्वर” से बना रहे।
इस पुस्तक के सबसे प्रसिद्ध शब्द 19:18 में पाए जाते हैं, जिसे यीशु ने दूसरी सबसे बड़ी आज्ञा कहा : “अपने पड़ोसी से अपने ही समान प्रेम रखना।”
रूप–रेखा :
चढ़ावा और बलिदान सम्बन्धी नियम 1:1–7:38
हारून और उसके पुत्रों का याजकीय अभिषेक 8:1–10:20
शुद्धता और अशुद्धता सम्बन्धी नियम 11:1–15:33
प्रायश्चित्त का दिन 16:1–34
जीवन और आराधना में पवित्रता सम्बन्धी नियम 17:1–27:34