नहूम की पुस्तक एक ऐसी कविता है जिसमें इस्राएल के पुराने और अत्याचारी शत्रु अश्शूर की राजधानी नीनवे के पतन पर आनन्द प्रगट किया गया है। ई० पू० सातवीं शताब्दी के लगभग अन्त में नीनवे के पतन को एक क्रूर और उग्र जाति पर परमेश्वर का दण्ड आ पड़ने के रूप में देखा गया है।