भूमिका
एस्तेर की पुस्तक में वर्णित घटनाएँ एक यहूदी स्त्री जिसका नाम एस्तेर था, के चारों ओर ही केन्द्रित रहती हैं। अपने अदम्य साहस के द्वारा और अपनी इस्राएली जाति के प्रति समर्पण के कारण उसने उन्हें उनके शत्रुओं के हाथों पूरी तरह नष्ट होने से बचा लिया। ये घटनाएँ फारस के सम्राट के शीतकालीन आवास पर हुई थीं। यह पुस्तक पूरीम नामक यहूदी पर्व की पृष्ठभूमि को और उसके अर्थ को समझाती है।
रूप–रेखा :
एस्तेर का पटरानी बनना 1:1—2:23
हामान का षड्यन्त्र 3:1—5:14
हामान को मृत्यु–दण्ड 6:1—7:10
यहूदियों की अपने शत्रुओं पर विजय 8:1—10:3