भूमिका
आमोस बाइबल का ऐसा पहला भविष्यद्वक्ता था जिसका संदेश विस्तार से लिखा गया था। यद्यपि वह यहूदा के एक नगर का निवासी था, तौभी उसने इस्राएल के उत्तरी राज्य के लोगों में प्रचार–कार्य किया। उसका कार्यकाल लगभग ई० पू० आठवीं शताब्दी के मध्य का था। यह समय बड़ी समृद्धि का, उल्लेखनीय धर्मपरायणता का, और बाहरी सुरक्षा का था। परन्तु आमोस ने यह देखा कि समृद्धि केवल धनी लोगों तक ही सीमित थी, तथा इसका पोषण अन्याय और गरीबों पर अत्याचार से ही होता था। धार्मिक रीति–विधियाँ मात्र पाखण्ड रह गई थीं और सुरक्षा मात्र आभासी थी वास्तविक नहीं। बड़ी मनोव्यथा और साहस से उसने यह प्रचार किया कि परमेश्वर इस्राएली जाति को दण्ड देगा। उसने इसका आह्वान किया कि न्याय को “सोते के समान बहने दो,” और कहा, “क्या जाने सेनाओं का परमेश्वर यहोवा यूसुफ के बचे हुओं पर अनुग्रह करे” (5:15)।
रूप–रेखा :
इस्राएल के पड़ोसी राज्यों का न्याय 1:1–2:5
इस्राएल का न्याय 2:6–6:14
पाँच दर्शन 7:1–9:15