भूमिका
पतरस की दूसरी पत्री प्रारम्भिक मसीहियों के एक विशाल समुदाय के नाम लिखी गई थी। इस पत्री की प्रमुख चिन्ता का विषय झूठे शिक्षकों के कार्य और उनकी शिक्षाओं से उत्पन्न अनैतिकता के विरुद्ध संघर्ष करना है। इन समस्याओं का उत्तर परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह के सच्चे ज्ञान में बने रहने में मिलता है, वह ज्ञान जो उन लोगों द्वारा पहुँचाया गया है जिन्होंने स्वयं यीशु मसीह को देखा और उसकी शिक्षाओं को सुना है। लेखक विशेष रूप से उन लोगों की शिक्षाओं से चिन्तित है जो दावा करते हैं कि मसीह फिर से वापस नहीं आएगा। लेखक कहता है कि ऐसा प्रतीत होता है कि मसीह के आगमन में देर हो रही है, पर वास्तव में ऐसा इसलिये है कि परमेश्वर “नहीं चाहता कि कोई नष्ट हो, वरन् यह कि सब को मन फिराव का अवसर मिले।”
रूप–रेखा :
भूमिका 1:1,2
मसीही बुलाहट 1:3–21
झूठे शिक्षक 2:1–22
मसीह का निर्णायक आगमन 3:1–18