भूमिका
दूसरे इतिहास का वृत्तान्त वहाँ से आरम्भ होता है जहाँ यह पहले इतिहास में समाप्त हुआ था। राजा सुलैमान के शासन से लेकर उसकी मृत्यु तक के वर्णन से इसका आरम्भ होता है। फिर राजा सुलैमान के पुत्र और उसके उत्तराधिकारी रहूबियाम के विरुद्ध यारोबाम की अगुवाई में उत्तरी गोत्रों के विद्रोह का वर्णन है। इसके आगे यह वृत्तान्त सन् 586 ई०पू० में यरूशलेम के पतन तक, दक्षिणी राज्य के इतिहास तक ही सीमित रहता है।
रूप–रेखा :
सुलैमान का राज्य 1:1—9:31
क. आरम्भिक वर्ष 1:1–17
ख. मन्दिर का निर्माण 2:1—7:10
ग. बाद के वर्ष 7:11—9:31
उत्तरी गोत्रों का विद्रोह 10:1–19
यहूदा के राजा 11:1—36:12
यरूशलेम का पतन 36:13–23