1 यूहन्ना INTRO1 - नवीन हिंदी बाइबलयूहन्ना की पहली पत्री यूहन्ना की पहली पत्री का लेखक ज़ब्दी का पुत्र यूहन्ना है जो यीशु मसीह का प्रिय शिष्य तथा यूहन्ना के सुसमाचार और प्रकाशितवाक्य का भी लेखक था। इस पत्री में यूहन्ना इस बात का उल्लेख नहीं करता कि उसने यह पत्री किन लोगों को संबोधित करते हुए लिखी थी, इसलिए यह माना जाता है कि इसे सामान्य रूप में सब मसीहियों के लिए लिखा गया था। यूहन्ना के दिनों में झूठे शिक्षक कलीसिया में घुस आए थे और उन्होंने यीशु मसीह के मनुष्यत्व को पूरी तरह से नकार दिया था। इस झूठी शिक्षा का खंडन करते हुए यूहन्ना अपनी इस पत्री में पाठकों को सच्चा मसीही जीवन जीने के लिए उत्साहित करता है। इस पत्री में हम यूहन्ना के दो मुख्य उद्देश्यों को देख सकते हैं : (1) झूठे शिक्षकों के विरुद्ध चेतावनी देना (2:26), और (2) विश्वासियों को उद्धार के विषय में आश्वस्त करना (5:13)। अतः यूहन्ना अपनी इस पत्री में बल देता है कि यीशु मसीह सचमुच मनुष्य था (4:2) और जो यीशु मसीह पर विश्वास करते हैं उन्हें परमेश्वर से और एक दूसरे से प्रेम रखना चाहिए (4:7-12)। रूपरेखा 1. भूमिका 1:1-4 2. पिता और पुत्र के साथ सहभागिता का मसीही जीवन 1:5—2:27 3. परमेश्वर की संतान के रूप में मसीही जीवन 2:28—4:6 4. प्रेम और विश्वास का मसीही जीवन 4:7—5:17 5. उपसंहार 5:18-21 |