यिर्मयाह 48:28 - सरल हिन्दी बाइबल मोआबवासियो, नगरों में रहना छोड़कर चट्टानों में रहने लगो. और उस कबूतर समान हो जाओ, जो दुर्गम चट्टानों की लघु गुफा में घोंसला निर्मित करती है. पवित्र बाइबल मोआब के लोगों, अपने नगरों को छोड़ो। जाओ और पहाड़ियों पर रहो, उस कबूतर की तरह रहो जो अपने घोंसले गुफा के मुख पर बनाता है।” Hindi Holy Bible हे मोआब के रहने वालो अपने अपने नगर को छोड़ कर ढांग की दरार में बसो! उस पण्डुकी के समान हो जो गुफा के मुंह की एक ओर घोंसला बनाती हो। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘ओ मोआब के निवासियो! नगर छोड़कर पहाड़ी की गुफा में जा बसो। कबूतरों के समान बन जाओ जो गुफा के मुंह के किनारों पर घोंसला बनाते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “हे मोआब के रहनेवालो, अपने अपने नगर को छोड़कर चट्टान की दरार में बसो! उस पण्डुकी के समान हो जो गुफा के मुँह की एक ओर घोंसला बनाती हो। इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “हे मोआब के रहनेवालों अपने-अपने नगर को छोड़कर चट्टान की दरार में बसो! उस पंडुकी के समान हो जो गुफा के मुँह की एक ओर घोंसला बनाती हो। |
चट्टान की दरारों में, चढ़ाई के रास्ते के गुप्त स्थानों में बैठी मेरी कबूतरी, मैं तुम्हारा मुख देखना चाहता हूं, मैं तुम्हारी आवाज सुनना चाहता हूं; क्योंकि मीठी है तुम्हारी आवाज, सुंदर है तुम्हारा मुखमंडल.
जब याहवेह पृथ्वी को कंपित करने के लिए उठेंगे तब उनके भय तथा प्रताप के तेज के कारण मनुष्य चट्टानों की गुफाओं में तथा भूमि के गड्ढों में जा छिपेंगे.
मोआब को पंख प्रदान किए जाएं, कि वह उड़कर दूर चला जाए; क्योंकि उसके नगर उजाड़ हो जाएंगे, और कोई भी उनमें निवास न करेगा.
तुम, जो चट्टानों के मध्य निवास करते हो, तुम, जो पहाड़ियों की ऊंचाइयों को अपनाए बैठे हो, तुम्हारी भय पैदा करनेवाली छवि का कारण है, तुम्हारे हृदय में अवस्थित अहंकार, जिसने तुम्हें भ्रमित कर रखा है. यद्यपि तुम अपने घोंसले को उतनी ही ऊंचाई पर निर्मित करते हो, जितनी ऊंचाई पर गरुड़ निर्मित करते हैं, मैं तुम्हें वहां से भी नीचे उतार लाऊंगा,” यह याहवेह की वाणी है.
देदान वासियों, पीछे मुड़कर भाग जाओ और गहरी गुफाओं में जा छिपो, क्योंकि मैं उस पर एसाव का संकट डालने पर हूं उस समय मैं उसे दंड दूंगा.
मिदियान की ताकत इस्राएल पर प्रबल होती गई. इस कारण से मिदियान के डर से इस्राएल के वंशजों ने पहाड़ों में मांदें, गुफाएं और गढ़ को अपने निवास बना लिए थे.
जब इस्राएली सेना को यह अहसास हुआ कि वे यहां कठिन स्थिति में आ फंसे हैं, क्योंकि उनकी सेना पर दबाव बढ़ता जा रहा था, सेना ने गुफाओं, झाड़ियों, चट्टानों, गड्ढों तथा कुंओं में जाकर छिपने लगे.