याहवेह परमेश्वर अपने अभिषिक्त की प्रार्थना अनसुनी न कीजिए. अपने सेवक दावीद के प्रति अपने अपार प्रेम को याद रखिए.”
भजन संहिता 84:10 - सरल हिन्दी बाइबल आपके परिसर में एक दिन, अन्यत्र के हजार दिनों से उत्तमतर है; दुष्टों के मंडप में निवास की अपेक्षा मैं, आपके भवन का द्वारपाल होना उपयुक्त समझता हूं. पवित्र बाइबल हे परमेश्वर, कहीं और हजार दिन ठहरने से तेरे मन्दिर में एक दिन ठहरना उत्तम है। दुष्ट लोगों के बीच वास करने से, अपने परमेश्वर के मन्दिर के द्वार के पास खड़ा रहूँ यही उत्तम है। Hindi Holy Bible क्योंकि तेरे आंगनों में का एक दिन और कहीं के हजार दिन से उत्तम है। दुष्टों के डेरों में वास करने से अपने परमेश्वर के भवन की डेवढ़ी पर खड़ा रहना ही मुझे अधिक भावता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तेरे आंगनों में एक दिन रहना अन्यत्र हजार दिन रहने से श्रेष्ठ है। दुष्टता के शिविर में निवास करने की अपेक्षा अपने परमेश्वर के भवन के द्वार पर खड़ा रहना ही मुझे प्रिय है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि तेरे आँगनों में का एक दिन और कहीं के हज़ार दिन से उत्तम है। दुष्टों के डेरों में वास करने से अपने परमेश्वर के भवन की डेवढ़ी पर खड़ा रहना ही मुझे अधिक भावता है। नवीन हिंदी बाइबल तेरे आँगनों में एक दिन बिताना कहीं और के हज़ार दिनों से उत्तम है। दुष्टों के डेरों में वास करने की अपेक्षा अपने परमेश्वर के भवन के द्वार पर खड़ा रहना मुझे अधिक प्रिय है। इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि तेरे आँगनों में एक दिन और कहीं के हजार दिन से उत्तम है। दुष्टों के डेरों में वास करने से अपने परमेश्वर के भवन की डेवढ़ी पर खड़ा रहना ही मुझे अधिक भावता है। |
याहवेह परमेश्वर अपने अभिषिक्त की प्रार्थना अनसुनी न कीजिए. अपने सेवक दावीद के प्रति अपने अपार प्रेम को याद रखिए.”
याहवेह से मैंने एक ही प्रार्थना की है, यही मेरी आकांक्षा है: मैं आजीवन याहवेह के आवास में निवास कर सकूं, कि याहवेह के सौंदर्य को देखता रहूं और उनके मंदिर में मनन करता रहूं.
तीन दिन बाद उन्होंने प्रभु येशु को मंदिर परिसर में शिक्षकों के साथ बैठा हुआ पाया. वहां बैठे हुए वह उनकी सुन रहे थे तथा उनसे प्रश्न भी कर रहे थे.
इसके विपरीत हमारी नागरिकता स्वर्ग में है, जहां से उद्धारकर्ता प्रभु येशु मसीह के आने का हम उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं.
तुम ऊंचे स्तर के वस्त्र धारण किए हुए व्यक्ति का तो विशेष आदर करते हुए उससे कहो, “आप इस आसन पर विराजिए” तथा उस निर्धन से कहो, “तू जाकर वहां खड़ा रह” या “यहां मेरे पैरों के पास नीचे बैठ जा,”