“हे मेरे स्वामी; मेरी बात सुनिये; मैं आपको वह गुफा खेत सहित मेरे संबंधियों के सामने दे रहा हूं. आप इसमें अपनी पत्नी को गाड़ दीजिये.”
2 शमूएल 24:24 - सरल हिन्दी बाइबल मगर राजा ने औरनन को उत्तर दिया, “नहीं, मैं तुम्हें इनका मूल्य देकर ही इन्हें स्वीकार करूंगा. मैं, याहवेह मेरे परमेश्वर को ऐसी भेंट नहीं चढ़ा सकता, जिसका मैंने मूल्य नहीं चुका दिया है.” दावीद ने चांदी के पचास मुद्राएं देकर खलिहान और बैल मोल ले लिए. पवित्र बाइबल किन्तु राजा ने अरौना से कहा, “नहीं! मैं तुमसे सत्य कहता हूँ, मैं तुमसे भूमि को उसकी कीमत देकर खरीदूँगा। मैं यहोवा अपने परमेश्वर को कुछ भी ऐसी होमबलि नहीं चढ़ाऊँगा जिसका कोई मूल्य मैंने न दिया हो।” इसलिये दाऊद ने खलिहान और गायों को चाँदी के पचास शेकेल से खरीदा। Hindi Holy Bible राजा ने अरौना से कहा, ऐसा नहीं, मैं ये वस्तुएं तुझ से अवश्य दाम देकर लूंगा; मैं अपने परमेश्वर यहोवा को सेंतमेंत के होमबलि नहीं चढ़ाने का। सो दाऊद ने खलिहान और बैलों को चांदी के पचास शेकेल में मोल लिया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परन्तु राजा दाऊद ने अरौनाह से कहा, ‘नहीं, मैं ये वस्तुएँ तुमसे रुपए देकर ही खरीदूँगा। मैं अपने प्रभु परमेश्वर को ऐसी अग्नि-बलि नहीं चढ़ाऊंगा जिसका मैंने मूल्य नहीं चुकाया।’ अत: दाऊद ने चांदी के पचास सिक्कों में खलियान और बैलों को खरीद लिया पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) राजा ने अरौना से कहा, “ऐसा नहीं, मैं ये वस्तुएँ तुझ से अवश्य दाम देकर लूँगा; मैं अपने परमेश्वर यहोवा को सेंतमेंत के होमबलि नहीं चढ़ाने का।” अत: दाऊद ने खलिहान और बैलों को चाँदी के पचास शेकेल में मोल लिया। इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 राजा ने अरौना से कहा, “ऐसा नहीं, मैं ये वस्तुएँ तुझ से अवश्य दाम देकर लूँगा; मैं अपने परमेश्वर यहोवा को सेंत-मेंत के होमबलि नहीं चढ़ाने का।” सो दाऊद ने खलिहान और बैलों को चाँदी के पचास शेकेल में मोल लिया। |
“हे मेरे स्वामी; मेरी बात सुनिये; मैं आपको वह गुफा खेत सहित मेरे संबंधियों के सामने दे रहा हूं. आप इसमें अपनी पत्नी को गाड़ दीजिये.”
और लोगों के सुनते में एफ्रोन से कहा, “मेरी बात सुनिये, आपको मैं उस खेत का दाम चुकाऊंगा, आप इसे स्वीकार कर लीजिये ताकि मैं अपनी पत्नी को वहां गाड़ सकूं.”
अब्राहाम ने एफ्रोन की बात मानकर उसको उतने मूल्य की चांदी तौलकर दे दी, जितना उसने हित्तियों के सुनते में कहा था: चार सौ शेकेल चांदी जो उस समय व्यापारियों के बीच में चलती थी.
किसी के प्रति भी दुष्टता का बदला दुष्टता न हो; तुम्हारा स्वभाव सब की दृष्टि में सुहावना हो;