क्योंकि दस बीघे की दाख की बारी से एक ही बत दाखमधु मिलेगा, और होमेर भर के बीज से एक ही एपा अन्न उत्पन्न होगा।”
लैव्यव्यवस्था 27:16 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “फिर यदि कोई अपनी निज भूमि का कोई भाग यहोवा के लिये पवित्र ठहराना चाहे, तो उसका मोल इसके अनुसार ठहरे कि उसमें कितना बीज पड़ेगा; जितनी भूमि में होमेर भर जौ पड़े उतनी का मोल पचास शेकेल ठहरे। पवित्र बाइबल “यदि कोई व्यक्ति अपने खेत का कोई भाग यहोवा को अर्पित करता है तो उन खेतों का मूल्य उनको बोने के लिए आवश्यक बीज पर आधारित होगा। एक होमेर जौ के बीज की कीमत चाँदी के पचास शेकेल होगी। Hindi Holy Bible फिर यदि कोई अपनी निज भूमि का कोई भाग यहोवा के लिये पवित्र ठहराना चाहे, तो उसका मोल इसके अनुसार ठहरे, कि उस में कितना बीज पड़ेगा; जितना भूमि में होमेर भर जौ पड़े उतनी का मोल पचास शेकेल ठहरे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘यदि कोई व्यक्ति मुझ-प्रभु से अपने पैतृक खेत कि मन्नत मानेगा तो तुम उसके बीज के अनुसार उसका मूल्यांकन करना। बुवाई में जितना बीज लगता है, अर्थात् सौ किलो जौ के बीज का मूल्यांकन चांदी के पचास सिक्के होगा। नवीन हिंदी बाइबल “फिर यदि कोई व्यक्ति अपनी निज भूमि का कोई भाग यहोवा के लिए अर्पित करे, तो उसका मूल्य इस आधार पर निर्धारित होगा कि उसमें कितने बीज की आवश्यकता होगी, अर्थात् एक होमेर जौ के लिए चाँदी के पचास शेकेल। सरल हिन्दी बाइबल “ ‘यदि कोई अपनी पैतृक संपत्ति के खेतों को याहवेह के लिए पवित्र करे, तो उसका मूल्य उसमें लगे बीज के अनुसार ठहराया जाए; बोने के लिए दस एफाह बीज के लिए चांदी के पचास शेकेल. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “फिर यदि कोई अपनी निज भूमि का कोई भाग यहोवा के लिये पवित्र ठहराना चाहे, तो उसका मोल इसके अनुसार ठहरे, कि उसमें कितना बीज पड़ेगा; जितना भूमि में होमेर भर जौ पड़े उतनी का मोल पचास शेकेल ठहरे। |
क्योंकि दस बीघे की दाख की बारी से एक ही बत दाखमधु मिलेगा, और होमेर भर के बीज से एक ही एपा अन्न उत्पन्न होगा।”
और यदि घर का पवित्र करनेवाला उसे छुड़ाना चाहे, तो जितना रुपया याजक ने उसका मोल ठहराया हो उसमें वह पाँचवाँ भाग और बढ़ाकर दे, तब वह घर उसी का रहेगा।
यदि वह अपना खेत जुबली* के वर्ष ही में पवित्र ठहराए, तो उसका दाम तेरे ठहराने के अनुसार ठहरे;
जब तक वह तेरे पास रही, क्या तेरी न थी? और जब बिक गई तो क्या तेरे वश में न थी? तू ने यह बात अपने मन में क्यों विचारी? तू मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से झूठ बोला है।”