तब यूसुफ ने आज्ञा दी कि उनके बोरे अन्न से भरो और एक एक जन के बोरे में उसके रुपये को भी रख दो, फिर उनको मार्ग के लिये भोजनवस्तु दो। अत: उनके साथ ऐसा ही किया गया।
रोमियों 12:20 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु “यदि तेरा बैरी भूखा हो तो उसे खाना खिला, यदि प्यासा हो तो उसे पानी पिला; क्योंकि ऐसा करने से तू उसके सिर पर आग के अंगारों का ढेर लगाएगा।” पवित्र बाइबल बल्कि तू तो “यदि तेरा शत्रु भूखा है तो उसे भोजन करा। यदि वह प्यासा है तो उसे पीने को दे। क्योंकि यदि तू ऐसा करता है तो वह तुझसे शर्मिन्दा होगा।” Hindi Holy Bible परन्तु यदि तेरा बैरी भूखा हो तो उसे खाना खिला; यदि प्यासा हो, तो उसे पानी पिला; क्योंकि ऐसा करने से तू उसके सिर पर आग के अंगारों का ढेर लगाएगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परंतु यह भी लिखा है, “यदि आपका शत्रु भूखा है, तो उसे भोजन खिलायें और यदि वह प्यासा है, तो उसे पानी पिलायें; क्योंकि ऐसा करने से वह आपके प्रेमपूर्ण व्यवहार से पानी-पानी हो जाएगा।” नवीन हिंदी बाइबल बल्कि यदि तेरा शत्रु भूखा है तो उसे खाना खिला, यदि वह प्यासा है तो उसे पानी पिला; क्योंकि ऐसा करके तू उसके सिर पर आग के अंगारों का ढेर लगाएगा। सरल हिन्दी बाइबल यदि तुम्हारा शत्रु भूखा है, उसे भोजन कराओ, यदि वह प्यासा है, उसे पानी दो; ऐसा करके तुम उसके सिर पर अंगारों का ढेर लगा दोगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु “यदि तेरा बैरी भूखा हो तो उसे खाना खिला, यदि प्यासा हो, तो उसे पानी पिला; क्योंकि ऐसा करने से तू उसके सिर पर आग के अंगारों का ढेर लगाएगा।” (नीति. 25:21,22) |
तब यूसुफ ने आज्ञा दी कि उनके बोरे अन्न से भरो और एक एक जन के बोरे में उसके रुपये को भी रख दो, फिर उनको मार्ग के लिये भोजनवस्तु दो। अत: उनके साथ ऐसा ही किया गया।
उसने उत्तर दिया, “मत मार। क्या तू उनको मार दिया करता है, जिनको तू तलवार और धनुष से बन्दी बना लेता है? तू उनको अन्न जल दे कि खा पीकर अपने स्वामी के पास चले जाएँ।”
उन पर अँगारे डाले जाएँ! वे आग में गिरा दिए जाएँ! और ऐसे गड़हों में गिरें, कि वे फिर उठ न सकें!
परन्तु मैं तुमसे यह कहता हूँ कि अपने बैरियों से प्रेम रखो और अपने सतानेवालों के लिए प्रार्थना करो,
“परन्तु मैं तुम सुननेवालों से कहता हूँ कि अपने शत्रुओं से प्रेम रखो; जो तुम से बैर करें, उनका भला करो।
शाऊल ने कहा, “मैं ने पाप किया है; हे मेरे बेटे दाऊद, लौट आ; मेरा प्राण आज के दिन तेरी दृष्टि में अनमोल ठहरा, इस कारण मैं फिर तेरी कुछ हानि न करूँगा; सुन, मैं ने मूर्खता की, और मुझ से बड़ी भूल हुई है।”