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याकूब 2:9 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

पर यदि तुम पक्षपात करते हो तो पाप करते हो; और व्यवस्था तुम्हें अपराधी ठहराती है।

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पवित्र बाइबल

किन्तु यदि तुम पक्षपात दिखाते हो तो तुम पाप कर रहे हो। फिर तुम्हें व्यवस्था के विधान को तोड़ने वाला ठहराया जाएगा।

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Hindi Holy Bible

पर यदि तुम पक्षपात करते हो, तो पाप करते हो; और व्यवस्था तुम्हें अपराधी ठहराती है।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

किन्‍तु यदि आप पक्षपात करते हैं, तो पाप करते हैं और व्‍यवस्‍था के अनुसार दोषी ठहरते हैं।

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नवीन हिंदी बाइबल

परंतु यदि तुम पक्षपात करते हो तो तुम पाप करते हो, और व्यवस्था द्वारा अपराधी ठहराए जाते हो।

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सरल हिन्दी बाइबल

किंतु यदि तुम्हारा व्यवहार भेद-भाव से भरा है, तुम पाप कर रहे हो और व्यवस्था द्वारा दोषी ठहरते हो.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

पर यदि तुम पक्षपात करते हो, तो पाप करते हो; और व्यवस्था तुम्हें अपराधी ठहराती है। (लैव्य. 19:15)

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याकूब 2:9
13 क्रॉस रेफरेंस  

“न्याय में कुटिलता न करना; और न तो कंगाल का पक्ष करना और न बड़े मनुष्यों का मुँह देखा विचार करना; एक दूसरे का न्याय धर्म से करना।


वह आकर संसार को पाप और धार्मिकता और न्याय के विषय में निरुत्तर करेगा।


तुम में से कौन मुझे पापी ठहराता है? यदि मैं सच बोलता हूँ, तो तुम मेरा विश्‍वास क्यों नहीं करते?


परन्तु वे यह सुनकर बड़ों से लेकर छोटों तक, एक एक करके निकल गए, और यीशु अकेला रह गया, और स्त्री वहीं बीच में खड़ी रह गई।


तब पतरस ने कहा, “अब मुझे निश्‍चय हुआ कि परमेश्‍वर किसी का पक्ष नहीं करता,


क्योंकि व्यवस्था के कामों से कोई प्राणी उसके सामने धर्मी नहीं ठहरेगा, इसलिये कि व्यवस्था के द्वारा पाप की पहिचान होती है।


परन्तु यदि सब भविष्यद्वाणी करने लगें, और कोई अविश्‍वासी या बाहरवाला मनुष्य भीतर आ जाए, तो सब उसे दोषी ठहरा देंगे और परख लेंगे;


मैं तो व्यवस्था के द्वारा व्यवस्था के लिये मर गया कि परमेश्‍वर के लिये जीऊँ।


न्याय करते समय किसी का पक्ष न करना; जैसे बड़े की वैसे ही छोटे मनुष्य की भी सुनना; किसी का मुँह देखकर न डरना, क्योंकि न्याय परमेश्‍वर का काम है; और जो मुक़द्दमा तुम्हारे लिये कठिन हो, वह मेरे पास ले आना, और मैं उसे सुनूँगा।’


जो कोई पाप करता है, वह व्यवस्था का विरोध करता है; और पाप तो व्यवस्था का विरोध है।


कि सबका न्याय करे, और सब भक्‍तिहीनों को उनके अभक्‍ति के सब कामों के विषय में जो उन्होंने भक्‍तिहीन होकर किए हैं, और उन सब कठोर बातों के विषय में जो भक्‍तिहीन पापियों ने उसके विरोध में कही हैं, दोषी ठहराए।”