पर अपने में जड़ न रखने के कारण वह थोड़े ही दिन का है, और जब वचन के कारण क्लेश या उपद्रव होता है, तो तुरन्त ठोकर खाता है।
न्यायियों 7:3 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये तू जाकर लोगों में यह प्रचार करके सुना दे, ‘जो कोई डर के मारे थरथराता हो, वह गिलाद पहाड़ से लौटकर चला जाए’।” तब बाइस हज़ार लोग लौट गए, और केवल दस हज़ार रह गए। पवित्र बाइबल इसलिए अपने लोगों में घोषणा करो। उनसे कहो, ‘जो कोई डर रहा हो, अपने घर लौट सकता है।’” इस प्रकार गिदोन ने लोगों की परीक्षा ली। बाईस हजार व्यक्तियों ने गिदोन को छोड़ा और वे अपने घर लौट गए। किन्तु दस हजार फिर भी डटे रहे। Hindi Holy Bible इसलिये तू जा कर लोगों में यह प्रचार करके सुना दे, कि जो कोई डर के मारे थरथराता हो, वह गिलाद पहाड़ से लौटकर चला जाए। तब बाईस हजार लोग लौट गए, और केवल दस हजार रह गए। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अत: अब तू सेना में यह घोषणा कर : “जो पुरुष युद्ध के कारण भयभीत और आतंकित है, वह घर लौट आए।” ’ गिद्ओन ने उनको परखा। तत्पश्चात् बाईस हजार पुरुष लौट गए, और दस हजार शेष रहे। सरल हिन्दी बाइबल इस कारण अब मेरे पास आओ, लोगों को घोषणा करके यह सुना दो, ‘जो कोई डरा हुआ है, और डर से कांप रहा है, वह गिलआद पहाड़ से लौटकर चला जाए.’ ” इस घोषणा पर बाईस हज़ार लोग लौटकर चले गए. बचे रह गए, दस हज़ार. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए तू जाकर लोगों में यह प्रचार करके सुना दे, ‘जो कोई डर के मारे थरथराता हो, वह गिलाद पहाड़ से लौटकर चला जाए।’” तब बाईस हजार लोग लौट गए, और केवल दस हजार रह गए। |
पर अपने में जड़ न रखने के कारण वह थोड़े ही दिन का है, और जब वचन के कारण क्लेश या उपद्रव होता है, तो तुरन्त ठोकर खाता है।
इसके अलावा सरदार सिपाहियों से यह भी कहें, ‘कौन कौन मनुष्य है जो डरपोंक और कच्चे मन का है, वह भी अपने घर को लौट जाए, ऐसा न हो कि उसकी देखादेखी उसके भाइयों का भी हियाव टूट जाए।’
वे मेम्ने से लड़ेंगे, और मेम्ना उन पर जय पाएगा, क्योंकि वह प्रभुओं का प्रभु और राजाओं का राजा है, और जो बुलाए हुए और चुने हुए और विश्वासी हैं वे उसके साथ हैं; वे भी जय पाएँगे।”
परन्तु डरपोकों, और अविश्वासियों, और घिनौनों, और हत्यारों और व्यभिचारियों, और टोन्हों, और मूर्तिपूजकों, और सब झूठों का भाग उस झील में मिलेगा जो आग और गन्धक से जलती रहती है : यह दूसरी मृत्यु है।”
फिर उसने समस्त मनश्शे के पास अपने दूत भेजे; और वे भी उसके समीप इकट्ठा हुए। और उसने आशेर, जबूलून, और नप्ताली के पास भी दूत भेजे; तब वे भी उससे मिलने को चले आए।