ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




नीतिवचन 13:22 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

भला मनुष्य अपने नाती–पोतों के लिये सम्पत्ति छोड़ जाता है, परन्तु पापी की सम्पत्ति धर्मी के लिये रखी जाती है।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

सज्जन अपने नाती—पोतों को धन सम्पति छोड़ता है जबकि पापी का धन धर्मियों के निमित्त संचित होता रहता है।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

भला मनुष्य अपने नाती- पोतों के लिये भाग छोड़ जाता है, परन्तु पापी की सम्पत्ति धर्मी के लिये रखी जाती है।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

सज्‍जन अपने वंश के लिए पैतृक सम्‍पत्ति छोड़ जाता है; किन्‍तु पापी का धन धार्मिक मनुष्‍य के हाथ लगता है।

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

भला मनुष्य अपने नाती-पोतों के लिए धन-संपत्ति छोड़ जाता है, परंतु पापी की संपत्ति धर्मी के लिए रखी जाती है।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

सज्जन संतान की संतान के लिए धन छोड़ जाता है, किंतु पापियों की निधि धर्मी को प्राप्‍त होती है.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

भला मनुष्य अपने नाती-पोतों के लिये सम्पत्ति छोड़ जाता है, परन्तु पापी की सम्पत्ति धर्मी के लिये रखी जाती है।

अध्याय देखें



नीतिवचन 13:22
11 क्रॉस रेफरेंस  

इसलिये अब तू न तो अपनी बेटियाँ उनके बेटों को ब्याह देना और न उनकी बेटियों से अपने बेटों का विवाह करना, और न कभी उनका कुशल क्षेम चाहना, इसलिये कि तुम बलवान बनो और उस देश के अच्छे अच्छे पदार्थ खाने पाओ, और उसे ऐसा छोड़ जाओ, कि वह तुम्हारे वंश के अधिकार में सदैव बना रहे।’


तेरे दासों की सन्तान बनी रहेगी; और उनका वंश तेरे सामने स्थिर रहेगा।


उसका वंश पृथ्वी पर पराक्रमी होगा; सीधे लोगों की सन्तान आशीष पाएगी।


वरन् तू अपने नाती–पोतों को भी देखने पाए! इस्राएल को शान्ति मिले!


मैं लड़कपन से लेकर बुढ़ापे तक देखता आया हूँ; परन्तु न तो कभी धर्मी को त्यागा हुआ, और न उसके वंश को टुकड़े माँगते देखा है।


बूढ़ों की शोभा उनके नाती पोते हैं; और बाल–बच्‍चों की शोभा उनके माता–पिता हैं।


जो अपना धन ब्याज आदि बढ़ती से बढ़ाता है, वह उसके लिये बटोरता है जो कंगालों पर अनुग्रह करता है।


जो मनुष्य परमेश्‍वर की दृष्‍टि में अच्छा है, उसको वह बुद्धि और ज्ञान और आनन्द देता है; परन्तु पापी को वह दु:ख भरा काम ही देता है कि वह उसको देने के लिये संचय करके ढेर लगाए जो परमेश्‍वर की दृष्‍टि में अच्छा हो। यह भी व्यर्थ और वायु को पकड़ना है।