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नीतिवचन 11:9 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

भक्‍तिहीन जन अपने पड़ोसी को अपने मुँह की बात से बिगाड़ता है, परन्तु धर्मी लोग ज्ञान के द्वारा बचते हैं।

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पवित्र बाइबल

भक्तिहीन की वाणी अपने पड़ोसी को ले डूबती है, किन्तु ज्ञान द्वारा धर्मी जन तो बच निकलता है।

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Hindi Holy Bible

भक्तिहीन जन अपने पड़ोसी को अपने मुंह की बात से बिगाड़ता है, परन्तु धर्मी लोग ज्ञान के द्वारा बचते हैं।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

अधार्मिक मनुष्‍य अपने मुख के वचनों से अपने पड़ोसी को नष्‍ट कर देता है, पर धार्मिक मनुष्‍य अपने ज्ञान से अपने पड़ोसी को बचाता है।

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नवीन हिंदी बाइबल

भक्‍तिहीन अपने पड़ोसी को अपनी बातों से बिगाड़ देता है, परंतु धर्मी लोग ज्ञान के द्वारा बच जाते हैं।

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सरल हिन्दी बाइबल

अभक्त लोग मात्र अपने शब्दों के द्वारा अपने पड़ोसी का नाश कर देता है, किंतु धर्मी का छुटकारा ज्ञान में होता है.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

भक्तिहीन जन अपने पड़ोसी को अपने मुँह की बात से बिगाड़ता है, परन्तु धर्मी लोग ज्ञान के द्वारा बचते हैं।

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नीतिवचन 11:9
26 क्रॉस रेफरेंस  

तब इस्राएल के राजा ने नबियों को जो कोई चार सौ पुरुष थे इकट्ठा करके उनसे पूछा, “क्या मैं गिलाद के रामोत से युद्ध करने के लिये चढ़ाई करूँ, या रुका रहूँ?” उन्होंने उत्तर दिया, “चढ़ाई कर : क्योंकि प्रभु उसको राजा के हाथ में कर देगा।”


ताकि भक्‍तिहीन राज्य करता न रहे, और प्रजा फन्दे में फँसाई न जाए।


परमेश्‍वर के सब बिसरानेवालों की गति ऐसी ही होती है और भक्‍तिहीन की आशा टूट जाती है।


जो मेरी नामधराई करता है वह शत्रु नहीं था, नहीं तो मैं उसको सह लेता; जो मेरे विरुद्ध बड़ाई मारता है वह मेरा बैरी नहीं है, नहीं तो मैं उस से छिप जाता।


सीधे लोगों का बचाव उनके धर्म के कारण होता है, परन्तु विश्‍वासघाती लोग अपनी ही दुष्‍टता में फँसते हैं।


धर्मी विपत्ति से छूट जाता है, परन्तु दुष्‍ट उसी विपत्ति में पड़ जाता है।


उपद्रवी मनुष्य अपने पड़ोसी को फुसलाकर कुमार्ग पर चलाता है।


“झूठे भविष्यद्वक्‍ताओं से सावधान रहो, जो भेड़ों के भेस में तुम्हारे पास आते हैं, परन्तु अन्तर में वे फाड़नेवाले भेड़िए हैं।


“अत: जब तुम उस उजाड़नेवाली घृणित वस्तु को जहाँ उचित नहीं वहाँ खड़ी देखो, (पढ़नेवाला समझ ले) तब जो यहूदिया में हों, वे पहाड़ों पर भाग जाएँ;


तुम्हारे ही बीच में से भी ऐसे–ऐसे मनुष्य उठेंगे, जो चेलों को अपने पीछे खींच लेने को टेढ़ी–मेढ़ी बातें कहेंगे।


मैं ने तुम्हें इसलिये नहीं लिखा कि तुम सत्य को नहीं जानते, पर इसलिये कि उसे जानते हो, और इसलिये कि कोई झूठ, सत्य की ओर से नहीं।


परन्तु तुम्हारा वह अभिषेक जो उसकी ओर से किया गया, तुम में बना रहता है; और तुम्हें इसका प्रयोजन नहीं कि कोई तुम्हें सिखाए, वरन् जैसे वह अभिषेक जो उसकी ओर से किया गया तुम्हें सब बातें सिखाता है, और यह सच्‍चा है और झूठा नहीं; और जैसा उसने तुम्हें सिखाया है वैसे ही तुम उसमें बने रहते हो।