और मैं तुझ से एक बड़ी जाति बनाऊँगा, और तुझे आशीष दूँगा, और तेरा नाम महान् करूँगा, और तू आशीष का मूल होगा।
उत्पत्ति 48:4 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और कहा, ‘सुन, मैं तुझे फलवन्त करके बढ़ाऊँगा, और तुझे राज्य राज्य की मण्डली का मूल बनाऊँगा, और तेरे पश्चात् तेरे वंश को यह देश दूँगा, जिससे कि वह सदा तक उनकी निज भूमि बनी रहे।’ पवित्र बाइबल परमेश्वर ने मुझसे कहा, ‘मैं तुम्हारा एक बड़ा परिवार बनाऊँगा। मैं तुमको बहुत से बच्चे दूँगा और तुम एक महान राष्ट्र बनोगे। तुम्हारे लोगों का अधिकार इस देश पर सदा बना रहेगा।’ Hindi Holy Bible और कहा, सुन, मैं तुझे फुला-फलाकर बढ़ाऊंगा, और तुझे राज्य राज्य की मण्डली का मूल बनाऊंगा, और तेरे पश्चात तेरे वंश को यह देश दे दूंगा, जिस से कि वह सदा तक उनकी निज भूमि बनी रहे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) “देख, मैं तुझे फलवन्त करूँगा। मैं तुझे असंख्य बनाऊंगा। मैं तुझे अनेक जातियों का समुदाय बनाऊंगा। मैं तेरे पश्चात् तेरे वंश के अधिकार में यह देश सदा-सर्वदा के लिए सौंप दूँगा।” नवीन हिंदी बाइबल मुझसे कहा, ‘सुन, मैं तुझे फलवंत करूँगा और बहुत बढ़ाऊँगा, मैं तुझसे कई जातियाँ उत्पन्न करूँगा, और तेरे बाद मैं यह देश तेरे वंश को सदा के लिए उनकी निज भूमि होने को दे दूँगा।’ सरल हिन्दी बाइबल और कहा, ‘मैं तुम्हें फलवंत करूंगा और तुझे राज्य-राज्य के समूह का मुखिया बनाऊंगा और यह देश तुम्हें और बाद में तुम्हारे वंश को सदाकाल के लिये दूंगा.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और कहा, ‘सुन, मैं तुझे फलवन्त करके बढ़ाऊँगा, और तुझे राज्य-राज्य की मण्डली का मूल बनाऊँगा, और तेरे पश्चात् तेरे वंश को यह देश दूँगा, जिससे कि वह सदा तक उनकी निज भूमि बनी रहे।’ |
और मैं तुझ से एक बड़ी जाति बनाऊँगा, और तुझे आशीष दूँगा, और तेरा नाम महान् करूँगा, और तू आशीष का मूल होगा।
जो तेरे घर में उत्पन्न हो, अथवा तेरे रूपे से मोल लिया जाए, उसका खतना अवश्य ही किया जाए; इस प्रकार मेरी वाचा जिसका चिह्न तुम्हारी देह में होगा वह युग–युग रहेगी।
मैं तुझे अत्यन्त फलवन्त करूँगा, और तुझ को जाति जाति का मूल बना दूँगा, और तेरे वंश में राजा उत्पन्न होंगे।
और मैं तुझ को, और तेरे पश्चात् तेरे वंश को भी, यह सारा कनान देश जिसमें तू परदेशी होकर रहता है, इस रीति दूँगा कि वह युग–युग उनकी निज भूमि रहेगी, और मैं उनका परमेश्वर रहूँगा।”
इस कारण मैं निश्चय तुझे आशीष दूँगा; और निश्चय तेरे वंश को आकाश के तारागण, और समुद्र के तीर की बालू के किनकों के समान अनगिनित करूँगा, और तेरा वंश अपने शत्रुओं के नगरों का अधिकारी होगा;
मैं तेरे वंश को आकाश के तारागण के समान करूँगा; और मैं तेरे वंश को ये सब देश दूँगा, और पृथ्वी की सारी जातियाँ तेरे वंश के कारण अपने को धन्य मानेंगी।
सर्वशक्तिमान ईश्वर तुझे आशीष दे, और फलवन्त कर के बढ़ाए, और तू राज्य राज्य की मण्डली का मूल हो।
तू ने तो कहा है कि मैं निश्चय तेरी भलाई करूँगा, और तेरे वंश को समुद्र की बालू के किनकों के समान बहुत करूँगा, जो बहुतायत के मारे गिने नहीं जा सकते।”
फिर परमेश्वर ने उससे कहा, “मैं सर्वशक्तिमान ईश्वर हूँ। तू फूले–फले और बढ़े; और तुझ से एक जाति वरन् जातियों की एक मण्डली भी उत्पन्न होगी, और तेरे वंश में राजा उत्पन्न होंगे।
उसने कहा, “मैं परमेश्वर हूँ, तेरे पिता का परमेश्वर; तू मिस्र में जाने से मत डर; क्योंकि मैं तुझ से वहाँ एक बड़ी जाति बनाऊँगा।
इस्राएली मिस्र के गोशेन प्रदेश में रहने लगे; और वहाँ की भूमि उनके वश में थी; और वे फूले–फले, और अत्यन्त बढ़ गए।
इसलिये उन्होंने उन पर बेगारी करानेवालों को नियुक्त किया कि वे उन पर भार डाल–डालकर उनको दु:ख दिया करें; और उन्होंने फ़िरौन के लिये पितोम और रामसेस नामक भण्डारवाले नगरों को बनाया।
परन्तु इस्राएल की सन्तान फूलने–फलने लगी; और वे लोग अत्यन्त सामर्थी बनते चले गए, और इतना अधिक बढ़ गए कि सारा देश उनसे भर गया।
वे उस देश में रहेंगे जिसे मैं ने अपने दास याकूब को दिया था; और जिस में तुम्हारे पुरखा रहते थे, उसी में वे और उनके बेटे–पोते सदा बसे रहेंगे; और मेरा दास दाऊद सदा उनका प्रधान रहेगा।
और मैं तुम्हारी ओर कृपा दृष्टि रखूँगा और तुम को फलवन्त करूँगा और बढ़ाऊँगा, और तुम्हारे संग अपनी वाचा को पूर्ण करूँगा।
जब परमप्रधान ने एक एक जाति को निज निज भाग बाँट दिया, और आदमियों को अलग अलग बसाया, तब उसने देश देश के लोगों की सीमाएँ इस्राएलियों की गिनती के अनुसार ठहराईं।