उसने उससे कहा, “तू जानता है कि मैं ने तेरी कैसी सेवा की, और तेरे पशु मेरे पास किस प्रकार से रहे।
उत्पत्ति 30:30 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मेरे आने से पहले वे कितने थे, और अब कितने हो गए हैं; और यहोवा ने मेरे आने पर तुझे आशीष दी है। पर मैं अपने घर का काम कब करने पाऊँगा?” पवित्र बाइबल जब मैं आया था, तुम्हारे पास थोड़ी सी थीं। अब तुम्हारे पास बहुत अधिक हैं। हर बार जब मैंने तुम्हारे लिए कुछ किया है यहोवा ने तुम पर कृपा की है। अब मेरे लिए समय आ गया है कि मैं अपने लिए काम करूँ, यह मेरे लिए अपना घर बनाने का समय है।” Hindi Holy Bible मेरे आने से पहिले वे कितने थे, और अब कितने हो गए हैं; और यहोवा ने मेरे आने पर तुझे तो आशीष दी है: पर मैं अपने घर का काम कब करने पाऊंगा? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मेरे यहाँ आने के पहले आपके पास थोड़ी सम्पत्ति थी, पर अब वह कितनी बढ़ गई! जहाँ-जहाँ मेरे पैर पड़े, प्रभु ने आपको आशिष दी। परन्तु मैं अपनी घर-गृहस्थी के लिए कब कार्य करूँगा?’ नवीन हिंदी बाइबल मेरे आने से पहले तेरे पास जो थोड़े से पशु थे, वे अब कितने बढ़ गए हैं, और जहाँ कहीं मेरे पैर पड़े वहाँ यहोवा ने तुझे आशिष दी है। परंतु मैं अपने घराने के लिए कब काम करूँगा?” सरल हिन्दी बाइबल पहले पशु कम थे लेकिन अब बहुत ज्यादा हो गये हैं. मैंने जो भी काम किया, उसमें याहवेह ने आशीष दी है. लेकिन अब मैं अपने घराने के बारे में सोचना चाहता हूं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मेरे आने से पहले वे कितने थे, और अब कितने हो गए हैं; और यहोवा ने मेरे आने पर तुझे आशीष दी है। पर मैं अपने घर का काम कब करने पाऊँगा?” |
उसने उससे कहा, “तू जानता है कि मैं ने तेरी कैसी सेवा की, और तेरे पशु मेरे पास किस प्रकार से रहे।
उसने फिर कहा, “मैं तुझे क्या दूँ?” याक़ूब ने कहा, “तू मुझे कुछ न दे; यदि तू मेरे लिये एक काम करे, तो मैं फिर तेरी भेड़–बकरियों को चराऊँगा, और उनकी रक्षा करूँगा।
इस प्रकार वह पुरुष अत्यन्त धनाढ्य हो गया, और उसके बहुत सी भेड़–बकरियाँ, और दासियाँ और दास, और ऊँट और गदहे हो गए।
देखो, मैं तीसरी बार तुम्हारे पास आने को तैयार हूँ, और मैं तुम पर कोई भार न रखूँगा, क्योंकि मैं तुम्हारी सम्पत्ति नहीं वरन् तुम ही को चाहता हूँ। क्योंकि बच्चों को माता–पिता के लिये धन बटोरना नहीं चाहिए, पर माता–पिता को बच्चों के लिये।
देखो, जिस देश के अधिकारी होने को तुम जा रहे हो वह मिस्र देश के समान नहीं है, जहाँ से निकलकर आए हो, जहाँ तुम बीज बोते थे और हरे साग के खेत की रीति के अनुसार अपने पाँव से नालियाँ बनाकर सींचते थे;
पर यदि कोई अपनों की और निज करके अपने घराने की चिन्ता न करे, तो वह विश्वास से मुकर गया है और अविश्वासी से भी बुरा बन गया है।