ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




अय्यूब 16:20 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

मेरे मित्र मुझ से घृणा करते हैं; परन्तु मैं परमेश्‍वर के सामने आँसू बहाता हूँ,

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

मेरे मित्र मेरे विरोधी हो गये हैं किन्तु परमेश्वर के लिये मेरी आँखें आँसू बहाती हैं।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

मेरे मित्र मुझ से घृणा करते हैं, परन्तु मैं ईश्वर के साम्हने आंसू बहाता हूँ,

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

मेरे मित्र मुझसे घृणा करते हैं, किन्‍तु मैं परमेश्‍वर के सम्‍मुख आँसू बहाता हूँ,

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

मेरे मित्र ही मेरे विरोधी हो गए हैं. मेरा आंसू बहाना तो परमेश्वर के सामने है.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

मेरे मित्र मुझसे घृणा करते हैं, परन्तु मैं परमेश्वर के सामने आँसू बहाता हूँ,

अध्याय देखें



अय्यूब 16:20
15 क्रॉस रेफरेंस  

मैं विनती करता हूँ, स्मरण कर कि मैं सच्‍चाई और खरे मन से अपने को तेरे सम्मुख जानकर चलता आया हूँ, और जो तुझे अच्छा लगता है वही मैं करता आया हूँ।” तब हिजकिय्याह फूट–फूट कर रोया।


रोते रोते मेरा मुँह सूज गया है, और मेरी आँखों पर घोर अन्धकार छा गया है;


कि कोई परमेश्‍वर के सामने सज्जन का मुक़द्दमा लड़े, जैसा कोई अपने पड़ोसी के लिये लड़ता है।


जो तुम्हारी दशा मेरी सी होती, तो मैं भी तुम्हारी सी बातें कर सकता; मैं भी तुम्हारे विरुद्ध बातें जोड़ सकता, और तुम्हारे विरुद्ध सिर हिला सकता।


परन्तु अब उसने मुझे उकता दिया है; उसने मेरे सारे परिवार को उजाड़ डाला है।


निश्‍चय जो मेरे संग हैं वे ठट्ठा करनेवाले हैं, और उनका झगड़ा रगड़ा मुझे लगातार दिखाई देता है।


खेद के मारे मेरी आँखों में धुंधलापन छा गया है, और मेरे सब अंग छाया के समान हो गए हैं।


“उसने मेरे भाइयों को मुझ से दूर किया है, और जो मेरी जान पहचान के थे, वे बिलकुल अनजान हो गए हैं।


भला होता, कि मैं जानता कि वह कहाँ मिल सकता है, तब मैं उसके विराजने के स्थान तक जा सकता!


मेरे प्रेम के बदले में वे मेरा विरोध करते हैं, परन्तु मैं तो प्रार्थना में लवलीन रहता हूँ।


मैं अपने शोक की बातें उस से खोलकर कहता, मैं अपना संकट उसके आगे प्रगट करता हूँ।


यीशु ने अपनी देह में रहने के दिनों में ऊँचे शब्द से पुकार–पुकारकर और आँसू बहा–बहाकर उससे जो उसको मृत्यु से बचा सकता था, प्रार्थनाएँ और विनती की, और भक्‍ति के कारण उसकी सुनी गई।