अराम के राजा का नामान नामक सेनापति अपने स्वामी की दृष्टि में बड़ा और प्रतिष्ठित पुरुष था, क्योंकि यहोवा ने उसके द्वारा अरामियों को विजयी किया था। वह शूरवीर था, परन्तु कोढ़ी था।
2 राजाओं 7:3 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) चार कोढ़ी फाटक के बाहर थे; वे आपस में कहने लगे, “हम क्यों यहाँ बैठे बैठे मर जाएँ? पवित्र बाइबल नगर के द्वार के पास चार व्यक्ति कुष्ठरोग से पीड़ित थे। उन्होंने आपस में बातें कीं, “हम यहाँ मरने की प्रतीक्षा करते हुए क्यों बैठे हैं Hindi Holy Bible और चार कोढ़ी फाटक के बाहर थे; वे आपस में कहने लगे, हम क्यों यहां बैठे बैठे मर जाएं? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सामरी नगर के प्रवेश-द्वार पर चार कुष्ठ-रोगी रहते थे। उन्होंने एक-दूसरे से यह कहा, ‘हम मौत आने तक यहां क्यों बैठे रहें? सरल हिन्दी बाइबल उस समय नगर फाटक पर चार कुष्ठरोगी थे. उन्होंने आपस में सलाह-मशवरा किया, “मृत्यु आने तक हम यहीं क्यों बैठे रहें? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 चार कोढ़ी फाटक के बाहर थे; वे आपस में कहने लगे, “हम क्यों यहाँ बैठे-बैठे मर जाएँ? |
अराम के राजा का नामान नामक सेनापति अपने स्वामी की दृष्टि में बड़ा और प्रतिष्ठित पुरुष था, क्योंकि यहोवा ने उसके द्वारा अरामियों को विजयी किया था। वह शूरवीर था, परन्तु कोढ़ी था।
यदि हम कहें, ‘नगर में जाएँ,’ तो वहाँ मर जाएँगे; क्योंकि वहाँ अकाल पड़ा है, और यदि हम यहाँ बैठे रहें, तौभी मर ही जाएँगे। इसलिये आओ हम अराम की सेना में पकड़े जाएँ; यदि वे हम को जिलाए रखें तो हम जीवित रहेंगे, और यदि वे हम को मार डालें, तौभी हमको मरना ही है।”
राजा उस समय परमेश्वर के भक्त के सेवक गेहजी से बातें कर रहा था, और उसने कहा, “जो बड़े बड़े काम एलीशा ने किये हैं उनका मुझ से वर्णन कर।”
जब यहोवा ने उस जाति के विषय जो बेबीलोन के राजा के आधीन न हो, यह कहा है कि वह तलवार, महँगी और मरी से नष्ट होगी; तो फिर तू क्यों अपनी प्रजा समेत मरना चाहता है?
हम क्यों चुपचाप बैठे हैं? आओ, हम चलकर गढ़वाले नगरों में इकट्ठे नष्ट हो जाएँ; क्योंकि हमारा परमेश्वर यहोवा हम को नष्ट करना चाहता है, और हमें विष पीने को दिया है; क्योंकि हम ने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है।
तब वह बादल तम्बू के ऊपर से उठ गया, और मरियम कोढ़ से हिम के समान श्वेत हो गई। और हारून ने मरियम की ओर दृष्टि की और देखा कि वह कोढ़िन हो गई है।
यहोवा ने मूसा से कहा, “यदि उसका पिता उसके मुँह पर थूका ही होता, तो क्या सात दिन तक वह लज्जित न रहती? इसलिये वह सात दिन तक छावनी से बाहर बन्द रहे, उसके बाद वह फिर भीतर आने पाए।