जब वे वहाँ पहले पहल रहने लगे, तब यहोवा का भय न मानते थे, इस कारण यहोवा ने उनके बीच सिंह भेजे जो उनको मार डालने लगे।
2 राजाओं 17:26 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस कारण उन्होंने अश्शूर के राजा के पास कहला भेजा कि जो जातियाँ तू ने उनके देशों से निकालकर शोमरोन के नगरों में बसा दी हैं, वे उस देश के देवता की रीति नहीं जानतीं, इससे उसने उसके मध्य सिंह भेजे हैं जो उनको इसलिये मार डालते हैं कि वे उस देश के देवता की रीति नहीं जानते। पवित्र बाइबल कुछ लोगों ने यह बात अश्शूर के राजा से कही। “वे लोग जिन्हें आप ले गए और शोमरोन के नगरों में बसाया, उस देश के देवता के नियमों को नहीं जानते। इसलिये उस देवता ने उन लोगों पर आक्रमण करने के लिये सिंह भेजे। सिहों ने उन लोगों को मार डाला क्योंकि वे लोग उस देश के देवता के नियमों को नहीं जानते थे।” Hindi Holy Bible इस कारण उन्होंने अश्शूर के राजा के पास कहला भेजा कि जो जातियां तू ने उनके देशों से निकाल कर शोमरोन के नगरों में बसा दी हैं, वे उस देश के देवता की रीति नहीं जानतीं, उस से उसने उसके मध्य सिंह भेजे हैं जो उन को इसलिये मार डालते हैं कि वे उस देश के देवता की रीति नहीं जानते। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) असीरिया के राजा को यह समाचार मिला, ‘जिन जातियों को आपने सामरी नगरों में ले जाकर बसाया है, वे उस देश के देवता की प्रथा को नहीं जानते हैं। अत: उसने उनके मध्य सिंह भेजे हैं, जो उनको मार रहे हैं। महाराज, ये जातियां निस्सन्देह उस देश के देवता की प्रथा से अपरिचित हैं।’ सरल हिन्दी बाइबल इसके बारे में अश्शूर के राजा को सूचित किया गया: “जिन राष्ट्रों को आपने ले जाकर शमरिया के नगरों में बसाया है, उन्हें इस देश के देवता की विधि पता नहीं है, इसलिये उसने उनके बीच शेर भेज दिए हैं. अब देखिए वे प्रजा को मार रहे हैं, क्योंकि प्रजा को इस देश के देवता का पता नहीं है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस कारण उन्होंने अश्शूर के राजा के पास कहला भेजा कि जो जातियाँ तूने उनके देशों से निकालकर सामरिया के नगरों में बसा दी हैं, वे उस देश के देवता की रीति नहीं जानतीं, इससे उसने उसके मध्य सिंह भेजे हैं जो उनको इसलिए मार डालते हैं कि वे उस देश के देवता की रीति नहीं जानते। |
जब वे वहाँ पहले पहल रहने लगे, तब यहोवा का भय न मानते थे, इस कारण यहोवा ने उनके बीच सिंह भेजे जो उनको मार डालने लगे।
तब अश्शूर के राजा ने आज्ञा दी, “जिन याजकों को तुम उस देश से ले आए हो, उनमें से एक को वहाँ पहुँचा दो; और वह वहाँ जाकर रहे, और वह उनको उस देश के देवता की रीति सिखाए।”
जो लोग सामरिया के पापमूल देवता की शपथ खाते हैं, और जो कहते हैं, ‘दान के देवता के जीवन की शपथ, और बेर्शेबा के पन्थ की शपथ,’ वे सब गिर पड़ेंगे, और फिर न उठेंगे।”
तब शमूएल ने लोगों से राजनीति का वर्णन किया, और उसे पुस्तक में लिखकर यहोवा के आगे रख दिया। फिर शमूएल ने सब लोगों को अपने अपने घर जाने को विदा किया।
इसलिये अब तू उनकी बात मान; तौभी तू गम्भीरता से उनको भली भाँति समझा दे, और उनको बतला भी दे कि जो राजा उन पर राज्य करेगा उसका व्यवहार किस प्रकार का होगा।”