नूह के पुत्र शेम, हाम, और येपेत थे; उनके पुत्र जल–प्रलय के पश्चात् उत्पन्न हुए : उनकी वंशावली यह है।
2 इतिहास 14:13 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) आसा और उसके संग के लोगों ने उनका पीछा गरार तक किया, और इतने कूशी मारे गए कि वे फिर सिर न उठा सके क्योंकि वे यहोवा और उसकी सेना से हार गए, और यहूदी बहुत सी लूट ले गए। पवित्र बाइबल आसा की सेना ने कूश की सेना का पीछा लगातार गरार नगर तक किया। इतने अधिक कूश के लोग मारे गए कि वे युद्ध करने योग्य एक सेना के रूप में फिर इकट्ठे न हो सके। वे यहोवा और उसकी सेना के द्वारा कुचल दिये गये। आसा और उसकी सेना ने शत्रु से अनेक बहुमूल्य चीज़ें ले लीं। Hindi Holy Bible और आसा और उसके संग के लोगों ने उनका पीछा गरार तक किया, और इतने कूशी मारे गए, कि वे फिर सिर न उठा सके क्योंकि वे यहोवा और उसकी सेना से हार गए, और यहूदी बहुत सा लूट ले गए। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु राजा आसा तथा उसके साथ के सैनिकों ने गरार नगर तक उनका पीछा किया। इथियोपियाई सैनिक धराशायी होते गए, और उनका एक भी सैनिक प्राण बचाकर न भाग सका। वे प्रभु और इसकी सेना के सम्मुख टूट गए! यहूदा प्रदेश के सैनिकों को अपार लूट हाथ लगी। सरल हिन्दी बाइबल आसा और उसकी सेना ने गेरार तक उनका पीछा किया; इतने अधिक कूश देशवासी मारे गए कि उनका दोबारा इकट्ठा हो पाना असंभव हो गया. कारण यह था कि वे याहवेह और उनकी सेना के सामने चूर-चूर हो चुके थे. यहूदी सैनिकों ने बहुत बड़ी मात्रा में लूट की सामग्री इकट्ठा कर ली. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 आसा और उसके संग के लोगों ने उनका पीछा गरार तक किया, और इतने कूशी मारे गए, कि वे फिर सिर न उठा सके क्योंकि वे यहोवा और उसकी सेना से हार गए, और यहूदी बहुत सी लूट ले गए। |
नूह के पुत्र शेम, हाम, और येपेत थे; उनके पुत्र जल–प्रलय के पश्चात् उत्पन्न हुए : उनकी वंशावली यह है।
और कनानियों की सीमा सीदोन से लेकर गरार के मार्ग से होकर अज्जा तक और फिर सदोम और अमोरा और अदमा और सबोयीम के मार्ग से होकर लाशा तक हुई।
फिर अब्राहम वहाँ से निकल कर दक्खिन देश में आकर कादेश और शूर के बीच में ठहरा, और गरार में रहने लगा।
उस देश में अकाल पड़ा, यह उस पहले अकाल से अलग था जो अब्राहम के दिनों में पड़ा था। इसलिये इसहाक गरार को पलिश्तियों के राजा अबीमेलेक के पास गया।
तब उन्होंने कूच किया; और उनके चारों ओर के नगर निवासियों के मन में परमेश्वर की ओर से ऐसा भय समा गया कि उन्होंने याक़ूब के पुत्रों का पीछा न किया।
वरन् प्रतिदिन लोग दाऊद की सहायता करने को उसके पास आते रहे, यहाँ तक कि परमेश्वर की सेना के समान एक बड़ी सेना बन गई।
बारह सौ रथ और साठ हज़ार सवार लिये हुए यरूशलेम पर चढ़ाई की, और जो लोग उसके संग मिस्र से आए, अर्थात् लूबी, सुक्किय्यी, कूशी, ये अनगिनत थे।
उन्होंने गरार के आस पास के सब नगरों को मार लिया, क्योंकि यहोवा का भय उनके रहनेवालों के मन में समा गया और उन्होंने उन नगरों को लूट लिया, क्योंकि उनमें बहुत सा धन था।
उसी समय उन्होंने उस लूट में से जो वे ले आए थे, सात सौ बैल और सात हज़ार भेड़–बकरियाँ, यहोवा को बलि करके चढ़ाईं।
यहूदा के आस पास के देशों के राज्य राज्य में यहोवा का ऐसा डर समा गया कि उन्होंने यहोशापात से युद्ध न किया।
जब देश देश के सब राज्यों के लोगों ने सुना कि इस्राएल के शत्रुओं से यहोवा लड़ा, तब उनके मन में परमेश्वर का डर समा गया।
हे परमेश्वर, क्या तू ने हम को नहीं त्याग दिया, और हे परमेश्वर, तू हमारी सेना के आगे आगे नहीं चलता।
तब उसने उत्तर दिया, “नहीं; वरन् मैं यहोवा की सेना का प्रधान होकर अभी आया हूँ।” तब यहोशू ने पृथ्वी पर मुँह के बल गिरकर दण्डवत् किया, और उससे कहा, “अपने दास के लिये मेरे प्रभु की क्या आज्ञा है?”
अपनी दासी का अपराध क्षमा कर; क्योंकि यहोवा निश्चय मेरे प्रभु का घर बसाएगा और स्थिर करेगा, इसलिये कि मेरा प्रभु यहोवा की ओर से लड़ता है; और जन्म भर तुझ में कोई बुराई नहीं पाई जाएगी।