1 इतिहास 29:29 - पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) आदि से अन्त तक राजा दाऊद के सब कामों का वृत्तान्त, पवित्र बाइबल वे कार्य, जो आरम्भ से लेकर अन्त तक दाऊद ने किये, सभी शमूएल दृष्टा की रचनाओं में और नातान नबी की रचनाओं में तथा गाद दृष्टा की रचनाओं में लिखे हैं। Hindi Holy Bible आादि से अन्त तक राजा दाऊद के सब कामों का वृत्तान्त, पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा दाउद के कार्यों का वर्णन, आदि से अन्त तक निम्नलिखित इतिहास-ग्रन्थों में लिखा हुआ है: द्रष्टा शमूएल का इतिहास-ग्रन्थ, नबी नातान का इतिहास-ग्रन्थ और द्रष्टा गाद का इतिहास-ग्रन्थ। सरल हिन्दी बाइबल शुरू से लेकर अंत तक राजा दावीद द्वारा किए गए कामों का वर्णन दर्शी शमुएल, भविष्यद्वक्ता नाथान और दर्शी गाद द्वारा लिखी गई इतिहास की पुस्तक में किया गया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 आदि से अन्त तक राजा दाऊद के सब कामों का वृत्तान्त, |
सुलैमान की और सब बातें और उसके सब काम और उसकी बुद्धिमानी का वर्णन, क्या सुलैमान के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है?
रहूबियाम के और सब काम जो उसने किए वह क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं?
और उसके राज्य और पराक्रम का, और उस पर और इस्राएल पर, वरन् देश देश के सब राज्यों पर जो कुछ बीता, इसका भी वृत्तान्त शमूएल दर्शी, और नातान नबी, और गाद दर्शी की पुस्तकों में लिखा हुआ है।
ये सब जो द्वारपाल होने को चुने गए, वे दो सौ बारह थे। ये जिनके पुरखाओं को दाऊद और शमूएल दर्शी ने विश्वासयोग्य जानकर ठहराया था, वे अपने अपने गाँव में अपनी अपनी वंशावली के अनुसार गिने गए।
आदि से अन्त तक रहूबियाम के काम क्या शमायाह नबी और इद्दो दर्शी की पुस्तकों में वंशावलियों की रीति पर नहीं लिखे हैं? रहूबियाम और यारोबाम के बीच तो लड़ाई सदा होती रही।
आदि से अन्त तक अमस्याह के और काम, क्या यहूदा और इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं?
आदि से अन्त तक सुलैमान के और सब काम क्या नातान नबी की पुस्तक में, और शीलोवासी अहिय्याह की नबूवत की पुस्तक में, और नबात के पुत्र यारोबाम के विषय इद्दो दर्शी के दर्शन की पुस्तक में नहीं लिखे हैं?
फिर गाद नामक एक नबी ने दाऊद से कहा, “इस गढ़ में मत रह; चल, यहूदा के देश में जा।” और दाऊद चलकर हेरेत के जंगल में गया।
पूर्वकाल में तो इस्राएल में जब कोई परमेश्वर से प्रश्न करने जाता तब ऐसा कहता था, “चलो, हम दर्शी के पास चलें;” क्योंकि जो आज कल नबी कहलाता है वह पूर्वकाल में दर्शी कहलाता था।)