उन्होंने आपस में कहा, ‘निस्सन्देह, हम अपने भाई यूसुफ के प्रति दोषी हैं। हमने उसकी आत्मा का कष्ट देखा था। जब उसने हमसे दया की भीख मांगी तब हमने नहीं सुना। अतएव अब यह कष्ट हम पर आया है।’
होशे 5:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं जा रहा हूं, मैं अपने स्थान को लौट रहा हूं, जब तक वे अपना अपराध स्वीकार न करेंगे और मेरा दर्शन पाने का प्रयत्न न करेंगे; जब तक अपने संकट में मुझे नहीं ढूंढ़ेंगे, मैं उनसे विमुख रहूंगा। पवित्र बाइबल फिर मैं अपनी जगह लौट जाऊँगा जब तक कि वे लोग स्वंय को अपराधी नहीं मानेंगे, जब तक वे मुझको खोजते न आयेंगे। हाँ! अपनी विपत्तियों में वे मुझे ढूँढ़ने का कठिन जतन करेंगे। Hindi Holy Bible जब तक वे अपने को अपराधी मान कर मेरे दर्शन के खोजी ना होंगे तब तक मैं अपने स्थान को लौटूंगा, और जब वे संकट में पड़ेंगे, तब जी लगा कर मुझे ढूंढने लगेंगे॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब तक वे अपने को अपराधी मानकर मेरे दर्शन के खोजी न होंगे तब तक मैं अपने स्थान को न लौटूँगा, और जब वे संकट में पड़ेंगे, तब जी लगाकर मुझे ढूँढ़ने लगेंगे। सरल हिन्दी बाइबल जब तक वे अपने अपराध को मान नहीं लेते और मेरी ओर लौट नहीं आते मैं अपने स्थान में नहीं लौटूंगा; अपनी दुर्गति के समय वे मन लगाकर मेरी खोज करेंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब तक वे अपने को अपराधी मानकर मेरे दर्शन के खोजी न होंगे तब तक मैं अपने स्थान को न लौटूँगा, और जब वे संकट में पड़ेंगे, तब जी लगाकर मुझे ढूँढ़ने लगेंगे। |
उन्होंने आपस में कहा, ‘निस्सन्देह, हम अपने भाई यूसुफ के प्रति दोषी हैं। हमने उसकी आत्मा का कष्ट देखा था। जब उसने हमसे दया की भीख मांगी तब हमने नहीं सुना। अतएव अब यह कष्ट हम पर आया है।’
तब यदि मेरे निज लोग, जो मेरे अपने लोग हैं, जिनको मैंने अपना नाम दिया है, स्वयं को विनम्र और दीन बनाएंगे, मुझसे प्रार्थना करेंगे, और मेरे मुख का दर्शन प्राप्त करने का प्रयत्न करेंगे, और अपने बुरे आचरण को छोड़ देंगे, तो मैं स्वर्ग से उनकी प्रार्थना को सुनूंगा, और उनके पाप क्षमा कर दूंगा, मैं उनके देश को रोग-मुक्त कर दूंगा।
मनुष्य लोगों के सम्मुख गीत गाता है, और यह कहता है, “मैंने पाप किया था, मैंने उचित कार्य को अनुचित बना दिया था, तो भी मुझे इस अधर्म का दण्ड नहीं दिया गया।
‘यह युग-युगान्त मेरा विश्राम स्थल होगा; यहां मैं रहूंगा; क्योंकि मैंने इसकी इच्छा की है।
जब परमेश्वर ने उन्हें मारा, तब उन्होंने उसकी खोज की, और पश्चात्ताप कर उसको ढूंढ़ने लगे।
जो मुझसे प्रेम करते हैं, मैं उनसे प्रेम करती हूं; जो मुझे ढूंढ़ने में जमीन-आसमान एक कर देते हैं, वे मुझे पाते हैं।
प्रभु ने मुझसे यों कहा : “सूर्य की तेज धूप के समान, फसल की कटनी के समय ओस-भरे बादल के समान मैं अपने निवास-स्थान से उन पर चुपचाप दृष्टिपात करूंगा।”
प्रभु, हम संकट-काल में तुझे ढूंढ़ते हैं। जब तू हमें ताड़ित करता है, तब हम तुझसे निरन्तर प्रार्थना करते हैं।
देखो, पृथ्वी के निवासियों को, उनके अधर्म का दण्ड देने के लिए प्रभु अपने निवास-स्थान से बाहर निकल रहा है! तब पृथ्वी उन हत्याओं को प्रकट करेगी, जो उस पर की गई हैं; वह किसी के रक्त को नहीं छिपाएगी।
मेरे प्राण रात में तेरे लिए तरसते हैं, मेरी आत्मा मेरे अन्त: में तुझे ढूंढ़ती है। जब तेरे न्याय-सिद्धान्त पृथ्वी पर प्रबल होते हैं, तब संसार के निवासी धर्म को सीखते हैं।
वे काठ स्तम्भ से कहते हैं, “तू हमारा पिता है।” वे पत्थर से कहते हैं, “तूने ही हमें जन्म दिया है।” उन्होंने मेरी ओर अपना मुंह नहीं वरन् अपनी पीठ फेरी है। जब उन पर संकट के बादल मंडराते हैं, तब मुझसे कहते हैं, “उठ और हमें बचा।”
केवल तू अपने दुष्कर्म को स्वीकार कर, कि तूने मुझ-प्रभु परमेश्वर से विद्रोह किया था, और यहां-वहां हरएक हरे वृक्ष के नीचे अन्य देवताओं की पूजा की थी, और यों तूने मेरे आदेशों को नहीं माना,’ प्रभु ने यह कहा है।
प्रभु यों कहता है: ‘ओ विश्वासघातिनी जनता, लौट आ! क्योंकि मैं तेरा स्वामी हूं। मैं प्रत्येक नगर से एक व्यक्ति और हरएक गोत्र से दो जन लूंगा, ओर यों तुझको सियोन में पहुंचा दूंगा।
उसी क्षण प्रभु का तेज करूबों के पास से भवन की ड्योढ़ी में चला गया, और सम्पूर्ण भवन बादल से ढक गया। आंगन प्रभु के तेज के प्रकाश से भर गया।
देखते-देखते प्रभु का तेज नगर के मध्य से निकल कर आकाश में उठ गया। मैंने देखा कि प्रभु का तेज उस पहाड़ पर ठहर गया जो नगर की पूर्व दिशा में है।
वहां तुम्हें स्मरण होगा कि तुमने अपने आचरण और कार्यों से स्वयं को भ्रष्ट किया था। तब तुम अपने आप से घृणा करोगे कि तुमने ऐसे बुरे काम किए थे।
तब तुम्हें अपने दुराचरण और दुष्कर्मों का स्मरण होगा; तुम्हें अपने अधर्म और घृणित कामों के लिए ग्लानि होगी।
तुम्हारे ये बचे हुए लोग उन राष्ट्रों में मुझे स्मरण करेंगे, जहाँ वे बन्दी बनकर निष्कासित हुए थे। वे याद करेंगे कि मैंने उनको दण्ड दिया था, क्योंकि उन दिनों में उनके हृदय की निष्ठा मेरे प्रति नहीं रही थी। और उन्होंने मेरी ओर से आंखें हटा ली थीं, और उन्होंने अन्य देवताओं की मूर्तियों पर कामनापूर्ण दृष्टि की थी। वे यह अनुभव कर अपने घृणित कार्यों के लिए स्वयं अपनी दृष्टि में घृणित ठहरेंगे, और कहेंगे कि उन्होंने कितने दुष्कर्म किये हैं।
उसने मुझसे फिर कहा, ‘ओ मानव, क्या तू देख रहा है कि वे क्या कर रहे हैं? इस्राएल का यह कुल मन्दिर में कितने घृणित कार्य कर रहा है! वह मुझे इस पवित्र स्थान से भगा देना चाहता है। परन्तु तू इन से भी अधिक घृणित कार्य देखेगा।’
तत्पश्चात् इस्राएली लौटेंगे, और अपने प्रभु परमेश्वर तथा अपने राजा दाऊद को खोजेंगे। वे प्रभु की आशिष के लिए, जो वह आनेवाले दिनों में उन्हें देगा, भय से कांपते हुए प्रभु के पास आएंगे।
वे अपने गाय-बैल, भेड़-बकरियों को लेकर प्रभु की खोज में निकलेंगे, पर वे उसे पा नहीं सकेंगे, क्योंकि प्रभु ने स्वयं को उनसे अलग कर लिया है।
देखो, प्रभु अपने स्थान से बाहर निकल रहा है। वह नीचे आएगा। वह पृथ्वी के ऊंचे स्थानों पर विचरण करेगा।
लोग मूसा के पास आए। उन्होंने कहा, ‘हमने प्रभु के और आपके विरुद्ध बोलकर पाप किया है। प्रभु से प्रार्थना कीजिए कि वह हमारे मध्य से सर्पों को दूर करे।’ मूसा ने लोगों के लिए प्रभु से प्रार्थना की।
जब घर का स्वामी उठ कर द्वार बन्द कर चुका होगा, तो तुम बाहर रह कर द्वार खटखटाओगे और कहोगे, ‘प्रभु! हमारे लिए खोल दीजिए’। वह तुम्हें उत्तर देगा, ‘मैं नहीं जानता कि तुम कहाँ से आए हो।’
उसके पास लोहे के नौ सौ रथ थे। उसने बीस वर्ष तक निर्दयतापूर्वक इस्राएलियों पर अत्याचार किया। तब इस्राएलियों ने प्रभु की दुहाई दी।