जो व्यक्ति अन्य देवताओं का अनुसरण करते हैं, वे अपने दु:ख को बढ़ाते हैं। मैं उन देवताओं के लिए न रक्त की पेयबलि उण्डेलूंगा, और न उनका नाम ही अपनी जीभ पर लाऊंगा।
होशे 2:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं उसके ओंठों पर से बअल देवताओं का नाम हटा दूंगा। उनका नाम फिर कभी स्मरण नहीं किया जाएगा। यह प्रभु की वाणी है। पवित्र बाइबल बाल देवताओं के नामों को उसके मुख पर से दूर हटा दूँगा। फिर लोग बाल देवताओं के नाम नहीं लिया करेंगे। Hindi Holy Bible क्योंकि भविष्य में मैं उसे बाल देवताओं के नाम न लेने दूंग; और न उनके नाम फिर स्मरण में रहेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि भविष्य में मैं उसे बाल देवताओं के नाम न लेने दूँगा; और न उनके नाम फिर स्मरण में रहेंगे। सरल हिन्दी बाइबल मैं उसके मुंह से बाल देवताओं का नाम मिटा दूंगा; उनका नाम फिर कभी न लिया जाएगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि भविष्य में मैं उसे बाल देवताओं के नाम न लेने दूँगा; और न उनके नाम फिर स्मरण में रहेंगे। |
जो व्यक्ति अन्य देवताओं का अनुसरण करते हैं, वे अपने दु:ख को बढ़ाते हैं। मैं उन देवताओं के लिए न रक्त की पेयबलि उण्डेलूंगा, और न उनका नाम ही अपनी जीभ पर लाऊंगा।
तत्पश्चात मूसा और इस्राएलियों ने प्रभु के लिए यह गीत गाया : ‘मैं प्रभु के निमित्त गीत गाऊंगा; उसने अद्भुत रीति से विजय प्राप्त की; उसने अश्वों और अश्वारोहियों को सागर में बहा दिया।
‘जो बातें मैंने तुमसे कही हैं, उनका पालन करना। तू अन्य देवताओं के नाम भी नहीं लेना, ये नाम तेरे मुंह से न निकलें और सुनाई भी न दें।
‘तू उन से यह कहना: ‘ये देवता, जिन्होंने आकाश और पृथ्वी को नहीं बनाया, आकाश और पृथ्वी से मिट जाएंगे।” ’
‘जा, यरूशलेम नगरी से यह कह: प्रभु यों कहता है: ओ यरूशलेम, मुझे तेरी भक्ति स्मरण है, जब तू जवान थी, तूने मुझे दुल्हन-सा प्रेम दिया था! तू पतिव्रता स्त्री के समान निर्जन प्रदेश में मेरे पीछे-पीछे चली थी। उस निर्जन भूमि में हल भी नहीं चला था।
स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: ‘उस दिन मैं देश से मूर्तियों के नाम भी मिटा दूंगा, और लोग उनके नाम भूल जाएंगे। मैं देश से नबियों और अशुद्ध आत्मा को भी निकाल दूंगा।
तुम इन जातियों में, जो तुम्हारे मध्य शेष रह गई हैं, मत मिलना-जुलना। उनके देवताओं का नाम मत लेना। उन देवताओं के नाम की शपथ भी नहीं खाना। उनकी पूजा मत करना, और न झुककर उन की वन्दना करना।
उन्होंने उसकी लाश पर पत्थरों का बड़ा ढेर लगा दिया जो आज भी वहाँ है। इस घटना के कारण उस स्थान का नाम आकोर की घाटी पड़ा। यह नाम आज भी प्रचलित है। इस प्रकार प्रभु की क्रोधाग्नि शान्त हुई।