इस्राएल प्रदेश के लोगों में जिन सात हजार व्यक्तियों ने बअल देवता की मूर्ति के सम्मुख घुटने नहीं टेके, और न मूर्ति का चुम्बन लिया, उनको मैं शेष रहने दूंगा।’
होशे 13:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) एफ्रइम राज्य के लोग अब भी अधिकाधिक पाप कर रहे हैं। वे अपने लिए देवताओं की मूर्तियाँ ढाल रहे हैं। ये चांदी की मूर्तियाँ कलात्मक ढंग से गढ़ी गई हैं, ये कारीगरी का उत्तम नमूना हैं। लोग कहते हैं ‘इन मूर्तियों के सम्मुख बलि चढ़ाओ।’ वे बछड़े की मूर्तियों को चूमते हैं। पवित्र बाइबल फिर इस्राएल अधिक से अधिक पाप करने लगा। उन्होंने अपने लिये मूर्तियाँ बनाई। कारीगर चाँदी से उन सुन्दर मूर्तियों को बनाने लगे और फिर वे लोग अपनी उन मूर्तियों से बाते करने लगे! वे लोग उन मूर्तियों के आगे बलियाँ चढ़ाते हैं। सोने से उन बछड़ों को वे चूमा करते हैं। Hindi Holy Bible और अब वे लोग पाप पर पाप बढ़ाते जाते हैं, और अपनी बुद्धि से चान्दी ढालकर ऐसी मूरतें बनाईं हैं जो कारीगरों ही से बनीं। उन्हीं के विषय लोग कहते हैं, जो नरमेध करें, वे बछड़ों को चूमें! पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अब वे लोग पाप पर पाप बढ़ाते जाते हैं, और अपनी बुद्धि से चाँदी ढालकर ऐसी मूरतें बनाते हैं जो कारीगरों ही से बनीं। उन्हीं के विषय लोग कहते हैं, जो नरमेध करें, वे बछड़ों को चूमें! सरल हिन्दी बाइबल अब वे और अधिक पाप करते हैं; वे अपनी चांदी से स्वयं के लिये मूर्तियां बनाते हैं, जिनमें बुद्धिमानी से कारीगरी की गई है, और ये सब शिल्पकारों का काम है. इन लोगों के बारे में कहा जाता है, “वे मानव बलि चढ़ाते हैं! वे बछड़े की मूर्तियों को चूमते हैं!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और अब वे लोग पाप पर पाप बढ़ाते जाते हैं, और अपनी बुद्धि से चाँदी ढालकर ऐसी मूरतें बनाते हैं जो कारीगरों ही से बनीं। उन्हीं के विषय लोग कहते हैं, जो नरमेध करें, वे बछड़ों को चूमें! |
इस्राएल प्रदेश के लोगों में जिन सात हजार व्यक्तियों ने बअल देवता की मूर्ति के सम्मुख घुटने नहीं टेके, और न मूर्ति का चुम्बन लिया, उनको मैं शेष रहने दूंगा।’
उन्होंने उनसे कहा, ‘तुम इन बन्दियों को हमारे प्रदेश में यहाँ मत लाओ। तुम्हारे इस कार्य के कारण हम प्रभु के प्रति दोषी ठहरेंगे। हम प्रभु के प्रति अपराधी और दोषी हैं ही। उनमें एक और अपराध जुड़ जाएगा। हम प्रभु के प्रति महाअपराध कर चुके हैं; और उसकी क्रोधाग्नि हम इस्राएलियों पर भड़की हुई है।’
यद्यपि उसके पिता मनश्शे ने प्रभु के सम्मुख स्वयं को विनम्र किया था, किन्तु आमोन ने ऐसा नहीं किया, बल्कि अधिकाधिक दुष्कर्म किये।
ऐसा न हो कि प्रभु क्रुद्ध हो, और तुम मार्ग में ही नष्ट हो जाओ, क्योंकि उसका क्रोध तुरन्त भड़कता है। धन्य हैं वे सब, जो प्रभु की शरण में आते हैं।
अब तुम्हारे किस अंग पर प्रहार किया जा सकता है? तुम्हारा कोई अंग भी मार से बचा नहीं, फिर भी तुम बार-बार विद्रोह करते हो! तुम्हारा सारा सिर घायल है, तुम्हारा सम्पूर्ण हृदय रोगी है।
प्रभु कहता है; “ओ विद्रोही पुत्रो, धिक्कार है तुम्हें! तुम योजना तो बनाते हो, परन्तु मेरी सम्मति से नहीं; तुम सन्धि तो करते हो, पर मेरे आत्मा की प्रेरणा से नहीं। यों तुम पाप पर पाप करे रहे हो।
मूर्तिकार के सहयोगी भी लज्जित होंगे, कारीगर तो मनुष्य ही हैं। सब कारीगर एकत्र हों। वे मेरे सम्मुख खड़े हों। मैं उनको आतंकित करूंगा, वे सबके सब लज्जित होंगे।
विजित कौमों में से बचे हुए लोगो, एकत्र हो। तुम-सब पास आओ। लकड़ी की मूर्ति ढोनेवालो, तुम मुझे नहीं जानते। तुम ऐसे देवता से प्रार्थना करते हो, जो तुम्हें नहीं बचा सकता।
मूर्ति पूजक थैली से सोना निकालते, और तराजू पर चांदी तौलते। वे सुनार को काम पर लगाते, और वह सोना-चांदी की एक मूर्ति बना देता है। तब वे उसके सम्मुख भूमि पर लेटकर उसकी वंदना करते, उसकी पूजा करते हैं।
लोग सोना-चांदी के आभूषण से उसको सजाते हैं; हथौड़े से कीलें ठोक-ठोक कर उसको जोड़ते हैं कि वह हिल-डुल न सके!
मूर्तियों की आशा करनेवाले मूर्ख और अज्ञानी हैं; मूर्तियाँ क्या शिक्षा दे सकती हैं? उनकी शिक्षा लकड़ी के समान बेजान है।
तो फिर यह इस्राएली कौम जो अपने मार्ग से भटक गई है, क्या सदा भटकती ही रहेगी? वे अपनी भूलों को गले लगाए हुए हैं, और पश्चात्ताप करने से इन्कार करते हैं।
इस्राएल एक लहलहाती दाख-लता है। उसमें फल भी लगते हैं। पर जैसे-जैसे उसके फलों की वृद्धि होती है वह देवी-देवताओं की वेदियों की संख्या बढ़ाता जाता है। जैसे-जैसे उसका देश उन्नति करता है, वह पूजा-स्तम्भों को सुन्दर बनाता है।
सामरी राज्य के निवासी बेत-आवेन के बछड़े की मूर्ति के लिए चिंतित हैं; बछड़े के आराधक उसके लिए शोक मना रहे हैं। पुजारी मूर्ति की महिमा के लिए विलाप कर रहे हैं; क्योंकि वह वहाँ से निष्कासित हो गई है।
जितना अधिक मैं उसे बुलाता था, वह मेरे सम्मुख से भाग जाता था। वह बअल देवता को पशु-बलि चढ़ाता रहा; वह मूर्तियों के सम्मुख धूप-द्रव्य जलाता रहा।
उसके नगरों में युद्ध होगा। उनके प्रवेश-द्वारों की अर्गलाएँ टूट जाएंगी। युद्ध उसे उसके किलों में खा जाएगा!
असीरिया हमें बचा नहीं सकता; युद्ध जीतने के लिए अब हम अश्वों पर भरोसा नहीं करेंगे। हाथों से बनाई गई मूर्तियों को अब हम “अपना ईश्वर” नहीं मानेंगे। प्रभु, तू ही हम अनाथों पर दया करता है।’
वह नहीं जानती थी कि मैं ही उसको अन्न, अंगूर-रस और तेल देता था। मैंने ही उसके सोना-चांदी की समृद्धि की थी, जिसको उन्होंने बअल देवता के लिए प्रयुक्त किया।
तुम राजा चुनते हो, पर मेरे माध्यम से नहीं। तुम शासक नियुक्त करते हो, पर बिना मेरी जानकारी के। तुम अपने ही विनाश के लिए सोना-चांदी की मूर्तियाँ बनाते हो।
ओ सामरी राज्य! मैं तेरे बछड़े की मूर्तियों को ठुकारता हूं; मेरा क्रोध तेरे विरुद्ध भड़क रहा है। ओ इस्राएल, तू कब स्वयं को शुद्ध करेगा?
कारीगर ने इस बछड़े की मूर्ति बनाई है। यह मूर्ति ईश्वर नहीं है। सामरी राज्य का यह बछड़ा टुकड़े-टुकड़े किया जाएगा।
अब तुम, जो पापियों की सन्तान हो, इस्राएल के प्रति प्रभु का क्रोध और अधिक भड़काने के लिए अपने बाप-दादा के स्थान पर उठ खड़े हुए हो।
इस पर दिव्य वाणी ने उन से क्या कहा? “मैंने सात हज़ार लोगों को अपने लिए बचा रखा है, जिन्होंने बअल देवता के सामने घुटना नहीं टेका है।”
किन्तु तुम अपने इस हठ और अपने हृदय के अपश्चात्ताप के कारण कोप के दिन के लिए अपने विरुद्ध कोप का संचय कर रहे हो, जब परमेश्वर का निष्पक्ष न्याय प्रकट होगा।
शमूएल ने तेल की एक कुप्पी ली। उसने तेल को शाऊल के सिर पर उण्डेला। तत्पश्चात् उसने उसका चुम्बन लिया और कहा, ‘प्रभु ने अपने निज लोग इस्राएलियों के अगुए के रूप में तुम्हारा अभिषेक किया है। तुम प्रभु के निज लोगों पर शासन करोगे। तुम उन्हें उनके चारों ओर के शत्रुओं के हाथ से बचाओगे। प्रभु ने अपनी निज सम्पत्ति पर शासन करने के लिए अगुए के रूप में तुम्हारा अभिषेक किया है, इस बात का तुम्हारे लिए ये चिह्न होंगे :