जब कारीगरों ने प्रभु के मन्दिर की नींव डाली, तब पुरोहित अपने पुरोहितीय परिधान पहिनकर तथा हाथ में तुरहियां लेकर आए। उनके साथ आसाफ के वंशज उपपुरोहित झांझ लेकर आए। तब उन्होंने इस्राएल देश के राजा दाऊद के निर्देशन के अनुसार प्रभु की स्तुति की।
हाग्गै 2:15 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब अपने हृदय में विचार करो, आगे क्या होगा? जब प्रभु-मन्दिर के निर्माण के समय पत्थर की जोड़ाई होने लगी थी, उससे पूर्व तुम्हारी स्थिति कैसी थी? पवित्र बाइबल “‘किन्तु अब कृपया सोचें, आज के पहले क्या हुआ, इसके पूर्व कि यहोवा, परमेश्वर के मंदिर में एक पत्थर पर दूसरा पत्थर रखा गया था Hindi Holy Bible अब सोच-विचार करो कि आज से पहिले अर्थात जब यहोवा के मन्दिर में पत्थर पर पत्थर रखा ही नहीं गया था, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “अब सोच–विचार करो कि आज से पहले अर्थात् जब यहोवा के मन्दिर में पत्थर पर पत्थर रखा ही नहीं गया था, सरल हिन्दी बाइबल “ ‘अब सावधानीपूर्वक आज से इस बात पर ध्यान दो—विचार करो कि पहले चीज़ें कैसी थी, जब याहवेह के मंदिर में एक पत्थर पर दूसरा नहीं रखा गया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “अब सोच-विचार करो कि आज से पहले अर्थात् जब यहोवा के मन्दिर में पत्थर पर पत्थर रखा ही नहीं गया था, |
जब कारीगरों ने प्रभु के मन्दिर की नींव डाली, तब पुरोहित अपने पुरोहितीय परिधान पहिनकर तथा हाथ में तुरहियां लेकर आए। उनके साथ आसाफ के वंशज उपपुरोहित झांझ लेकर आए। तब उन्होंने इस्राएल देश के राजा दाऊद के निर्देशन के अनुसार प्रभु की स्तुति की।
इस प्रकार यरूशलेम में परमेश्वर के भवन का निर्माण-कार्य रुक गया और फारस के सम्राट दारा के शासन-काल के दूसरे वर्ष तक रुका रहा।
तुम्हारे भोजन-उत्सव में सितार, सारंगी, डफ, बांसुरी बजाये जाते हैं, और शराब का दौर चलता है। पर तुम प्रभु के कार्यों पर ध्यान नहीं देते, और न ही उसकी कृतियों पर तुम्हारी दृष्टि जाती है।
जो मनुष्य बुद्धिमान है, वह इन बातों को समझे। जो व्यक्ति समझदार है, वह इन बातों को जाने : कि प्रभु का मार्ग सीधा है, और धार्मिक जन उस पर चलते हैं। पर अपराधी लड़खड़ाकर गिरते हैं।
उन दिनों में जब कोई व्यक्ति अन्न के ढेर के पास दो सौ किलो की आशा से जाता था, तब उसे एक सौ प्राप्त होता था। जब वह अंगूर-रस के कुण्ड के पास जाता और सोचता था कि वह एक सौ लिटर रस निकालेगा तब उसे चालीस ही मिलता था।
‘अपने हृदय में विचार करो: आगे क्या होगा? जिस दिन मुझ-प्रभु के मन्दिर की नींव डाली गई थी, उस दिन से, अर्थात् नवें महीने की चौबीसवीं तारीख से, आगे की स्थिति पर विचार करो।
उन दिनों में अराजकता थी: न तो मजदूर को उसकी मजदूरी मिलती थी और न उसके पशु का किराया। घर से बाहर निकलने-वाले और घर लौटनेवाले को शत्रु का भय बना रहता था; क्योंकि मैंने सब लोगों को एक दूसरे के प्रति भड़का दिया था।
मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता हूं: अब मैं इस्राएल के वंशजों के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करूंगा जैसा मैंने प्राचीन काल में किया था।
उस समय आप को उन कर्मों से क्या लाभ हुआ? अब उनके कारण आप को लज्जा होती है; क्योंकि उनका परिणाम मृत्यु है।