जब याकूब के पुत्रों ने उसके विषय में सुना तब वे दु:खित हुए। वे चरागाह से आए। वे बहुत क्रुद्ध थे; क्योंकि शकेम ने याकूब की पुत्री के साथ सोकर इस्राएली समाज में मूर्खतापूर्ण कार्य किया था। ऐसा कार्य नहीं किया जाना चाहिए था।
सभोपदेशक 7:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैंने यह जानने के लिए मन लगाया कि बुद्धि क्या है, सब का सार तत्व कहाँ है जिससे मुझे ज्ञात हो जाए कि मूर्खता अधर्म है, मूर्खता पागलपन है। पवित्र बाइबल मैंने अध्ययन किया और सच्ची बुद्धि को पाने के लिये बहुत कठिन प्रयत्न किया। मैंने हर वस्तु का कोई हेतु ढूँढने का प्रयास किया किन्तु मैंने जाना क्या? मैंने जाना कि बुरा होना बेवकूफी है और मूर्ख व्यक्ति का सा आचरण करना पागलपन है। Hindi Holy Bible मैं ने अपना मन लगाया कि बुद्धि के विषय में जान लूं; कि खोज निकालूं और उसका भेद जानूं, और कि दुष्टता की मूर्खता और मूर्खता जो निरा बावलापन है जानूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं ने अपना मन लगाया कि बुद्धि के विषय में जान लूँ; कि खोज निकालूँ और उसका भेद जानूँ, और कि दुष्टता की मूर्खता और मूर्खता जो निरा बावलापन है को जानूँ। नवीन हिंदी बाइबल मैंने अपना मन लगाया कि बुद्धि और समझ को जानूँ, उनकी छान-बीन करूँ और उन्हें खोजूँ; और यह भी जानूँ कि मूर्खता की बुराई और पागलपन की मूर्खता क्या है। सरल हिन्दी बाइबल मैंने अपने हृदय से यह मालूम करने की कोशिश की कि बुद्धि और ज्ञान क्या हैं और दुष्ट की मूर्खता पता करूं और मूर्खता जो पागलपन ही है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैंने अपना मन लगाया कि बुद्धि के विषय में जान लूँ; कि खोज निकालूँ और उसका भेद जानूँ, और कि दुष्टता की मूर्खता और मूर्खता जो निरा बावलापन है, को जानूँ। |
जब याकूब के पुत्रों ने उसके विषय में सुना तब वे दु:खित हुए। वे चरागाह से आए। वे बहुत क्रुद्ध थे; क्योंकि शकेम ने याकूब की पुत्री के साथ सोकर इस्राएली समाज में मूर्खतापूर्ण कार्य किया था। ऐसा कार्य नहीं किया जाना चाहिए था।
तामार ने उससे कहा, ‘मेरे भाई, मेरे साथ बलात्कार मत कर। ऐसा काम इस्राएली राष्ट्र में कभी किसी ने नहीं किया। यह मूर्खतापूर्ण कार्य मत कर।
मूर्खता के आवेश में डूबे हुए मुर्ख मनुष्य की अपेक्षा बच्चा छीनी हुई रीछनी से मिलना अच्छा है।
जो मूर्ख बार-बार मूर्खता के काम करता है, वह मानो कुत्ते के समान अपनी उल्टी को चाटता है।
मूर्ख के मुख से निकले शब्द आदि से अन्त तक मूर्खता से पूर्ण होते हैं: उसकी बात का अन्त दुष्टतापूर्ण पागलपन होता है।
अब मैं बुद्धि, पागलपन और मूर्खता पर विचार करने लगा, क्योंकि उत्तराधिकारी जो राजा के पीछे आएगा, वह क्या कर सकता है? वही न, जो राजा कर चुका है?
मैंने अपने हृदय में कहा, “जो दशा मूर्ख की होती है, वही मेरी भी होगी। फिर मैं इतना बुद्धिमान क्यों हुआ?” अत: मैंने अपने हृदय में कहा, “मूर्ख होना, अथवा बुद्धिमान होना भी व्यर्थ है।”
अत: यह भी व्यर्थ है। इसलिए मैं सूर्य के नीचे धरती पर किए गए अपने सम्पूर्ण परिश्रम के प्रति निराश हो गया। उससे विमुख हो गया।
सभा-उपदेशक कहता है: देखो, जब मैंने सार तत्व निकालने के लिए एक से दूसरी बात जोड़ी, तब मुझे यह तथ्य हाथ लगा।
उठ! लोगों को शुद्ध कर। उनसे यह कह, “कल अपने आप को शुद्ध करो, क्योंकि इस्राएल का प्रभु परमेश्वर यों कहता है: ओ इस्राएलियो, तुम्हारे मध्य लूट की वस्तु है, जो मुझे अर्पित की जानी चाहिए। जब तक तुम अपने मध्य से लूट की अर्पित वस्तुओं को दूर नहीं करोगे, तब तक तुम अपने शत्रुओं का सामना नहीं कर सकते हो।