सान चढ़ी छुरी के समान, छल-कपट में निरन्तर कार्यरत तेरी जीभ विनाश के षड्यन्त्र रचती है।
सभोपदेशक 10:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि मन्त्र से पहले सर्प डस ले, तो मन्त्र फूंकनेवाले से क्या लाभ? पवित्र बाइबल कोई व्यक्ति यह जानता है कि साँपों को वश में कैसे किया जाता है किन्तु जब वह व्यक्ति आस पास नहीं है और साँप किसी को काट लेता है तो वह बुद्धि बेकार हो जाती है। बुद्धि इसी प्रकार की है। Hindi Holy Bible यदि मंत्र से पहिले सर्प डसे, तो मंत्र पढ़ने वाले को कुछ भी लाभ नहीं॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यदि मंत्र से पहले सर्प डसे, तो मंत्र पढ़नेवाले को कुछ भी लाभ नहीं। नवीन हिंदी बाइबल यदि सपेरे द्वारा मंत्र-मुग्ध किए जाने से पहले ही साँप डस ले तो उसे कोई लाभ नहीं। सरल हिन्दी बाइबल और यदि सांप मंत्र पढ़ने से पहले ही डस ले तो, मंत्र पढ़ने वाले का कोई फायदा नहीं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यदि मंत्र से पहले सर्प डसे, तो मंत्र पढ़नेवाले को कुछ भी लाभ नहीं। |
सान चढ़ी छुरी के समान, छल-कपट में निरन्तर कार्यरत तेरी जीभ विनाश के षड्यन्त्र रचती है।
हे परमेश्वर, उनके दांत उनके मुंह ही में तोड़ दे। हे प्रभु, तरुण सिंहों के दन्तमूल उखाड़ ले।
उन्होंने अपनी जीभ को तलवार के समान चोखा किया है, उन्होंने कटु वचन-रूपी बाण संधान किया है,
जीभ के वश में मनुष्य का जीवन और मृत्यु दोनों हैं; और जो मनुष्य अपनी जीभ का प्रयोग जानता है उसको उचित फल प्राप्त होता है।
यदि कुल्हाड़ी थोथी हो, और मनुष्य उसकी धार पैनी न करे, तो उसको प्रयुक्त करने में अधिक बल लगाना पड़ेगा। किन्तु बुद्धि सफलता की कुंजी है।
और देखो, प्रभु कहता है, ‘मैं तुम्हारे बीच में नाग और सर्प भेजूंगा, जिन पर मंत्र न चलेगा; वे तुमको डस लेंगे।’
जीभ भी एक आग है। उसमें अधर्म का संसार भरा पड़ा है। हमारे अंगों में जीभ ही है जो हमारा समस्त शरीर दूषित करती और नरकाग्नि से प्रज्वलित हो कर हमारे भव-चक्र में आग लगा देती है।
किन्तु कोई मनुष्य अपनी जीभ को वश में नहीं कर सकता। वह एक ऐसी बुराई है, जो कभी शान्त नहीं रहती और प्राणघातक विष से भरी हुई है।