मैंने कहा, “मुझे अपनी अनुचरी बना लो, आओ, हम शीघ्रता करें।” महाराज मुझे अपने कक्ष में ले गए और बोले, “हम तुममें उल्लसित और आनन्दित होंगे, हम अंगूर-रस से अधिक तुम्हारे प्रेम की प्रशंसा करेंगे।” कन्याएँ उचित ही तुमसे प्रेम करती हैं।
श्रेष्ठगीत 6:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘ओ परम सुन्दरी, तेरा प्रियतम कहाँ चला गया? तेरा प्रियतम किस दिशा में गया? बता, जिससे हम तेरे साथ उसको ढूंढ़ें।’ पवित्र बाइबल स्त्रियों में सुन्दरतम स्त्री, बता तेरा प्रियतम कहाँ चला गया किस राह से तेरा प्रियतम चला गया है हमें बता ताकि हम तेरे साथ उसको ढूँढ सके। Hindi Holy Bible हे स्त्रियों में परम सुन्दरी, तेरा प्रेमी कहां गया? तेरा प्रेमी कहां चला गया कि हम तेरे संग उसको ढूंढने निकलें? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) हे स्त्रियों में परम सुन्दरी, तेरा प्रेमी कहाँ गया? तेरा प्रेमी कहाँ चला गया कि हम तेरे संग उसको ढूँढ़ने निकलें? सरल हिन्दी बाइबल स्त्रियों में परम सुंदरी, कहां चला गया है तुम्हारा प्रेमी? किस मोड़ पर बढ़ गया है वह, हमें बताओ कि हम भी तुम्हारे साथ उसे खोजें? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 हे स्त्रियों में परम सुन्दरी, तेरा प्रेमी कहाँ गया? तेरा प्रेमी कहाँ चला गया कि हम तेरे संग उसको ढूँढ़ने निकलें? वधू |
मैंने कहा, “मुझे अपनी अनुचरी बना लो, आओ, हम शीघ्रता करें।” महाराज मुझे अपने कक्ष में ले गए और बोले, “हम तुममें उल्लसित और आनन्दित होंगे, हम अंगूर-रस से अधिक तुम्हारे प्रेम की प्रशंसा करेंगे।” कन्याएँ उचित ही तुमसे प्रेम करती हैं।
‘ओ महासुन्दरी! यदि तुझे अपने प्राण-प्रिय का पता नहीं मालूम, तो भेड़ों के पद-चिह्नों का अनुसरण कर, चरवाहों के तम्बुओं के पास अपनी बकरियों के बच्चे चरा।’
‘जैसे झाड़-झंखाड़ों में सोसन खिलता है, वैसे ही मेरी प्रियतमा कन्याओं के मध्य सुशोभित है।’
मैं अपने प्रियतन के लिए द्वार खोल ही रही थी कि मेरा प्रियतम मुड़कर चला गया। जब उसने मुझे पुकारा तब मैं सुध-बुध खो बैठी थी। मैंने उसको पुकारा, परन्तु उसने उत्तर नहीं दिया।
‘ओ परम सुन्दरी, तेरा प्रियतम अन्य प्रेमियों से किस बात में श्रेष्ठ है, उसमें क्या विशेषता है कि तू हमें शपथ देती है?’
‘ओ मेरी प्रियतमा, तू तिर्सा नगरी की तरह सुन्दर, यरूशलेम के सदृश रूपवती है। पताका फहराती हुई सेना के समान तू प्रेम में आक्रमणकारी है।
प्रभु, तू इस्राएल की आशा है। संकट-काल में तू ही बचानेवाला है। तब तू क्यों हम से परदेशियों की तरह व्यवहार कर रहा है? तू ऐसा व्यवहार कर रहा है मानो तू राह से गुजरता हुआ पथिक है जो एक रात का मेहमान होता है।
प्रभु तुम्हारे कार्य का पुरस्कार तुम्हें दे। इस्राएलियों का प्रभु परमेश्वर, जिसकी छत्रछाया में तुम आई हो, तुम्हें पूर्ण प्रतिफल दे।’